इंदौर। मध्यप्रदेश में इन दिनों खासगी ट्रस्ट का मद्दा जोरों पर है. खासगी मुद्दे को लेकर प्रदेश की सियासत भी गरमा गई है. पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने खासगी ट्रस्ट घोटाले को लेकर सीएम को पत्र लिखने के साथ ही केंद्र सरकार से भी जांच की गुहार लगाई है.
सुमित्रा महाजन ने की जांच की मांग सुमित्रा महाजन ने राज्य सरकार को पत्र लिखा था. वहीं अब उन्होंने इस पूरे मामले में एक और नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है. पूर्व लोकसभा स्पीकर ने पत्र लिखने के साथ यह भी गुहार लगाई है कि इस पूरे मामले को 4 अधिकारी नहीं समेट सकते हैं. इसके लिए पूरी एक कमेटी बनानी पड़ेगी और अलग से और लोगों को उस टीम में रखना पड़ेगा. जो खासगी ट्रस्ट से जुड़ी संपत्तियों को सहेजने का काम करें.
पढ़ें:खासगी ट्रस्ट मामला: हरिद्वार से लेकर रामेश्वरम तक कैसे बेची प्रॉपर्टी, याचिकाकर्ता ने की ETV भारत से बातचीत
उन्होंने कहा, विधानसभा में भी इसके लिए एक अलग से कानून या संशोधन लाना होगा. तभी अहिल्याबाई द्वारा जो संपत्तिया देश के अलग-अलग हिस्सों में बनाई गई थी. उन्हें सहेजा जा सकता है, इसी के साथ सुमित्रा महाजन का कहना है कि राज्य सरकार तो खासगी ट्रस्ट से जुड़े मामलों की जांच कर रही है. केंद्र सरकार को भी इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए और पूरे मामले की जांच केंद्र सरकार को भी करवाना चाहिए. तभी माता अहिल्या बाई ने देश के अलग-अलग कोनों में जिन संपत्तियों को सहेजा है, उसकी रक्षा की जा सकती है.
पढ़ें:खासगी का खामोश स्कैम! व्यापमं के बाद बनी MP की दूसरी सबसे बड़ी SIT जांच में जुटी, जानिए क्या है गड़बड़झाला ?
बता दें, खासगी ट्रस्ट को लेकर पिछले दिनों इंदौर हाईकोर्ट ने एक अहम फैसला दिया था, जिसके तहत खासगी ट्रस्ट द्वारा जितनी भी संपत्तियों को बेचा गया था, उन्हें शून्य घोषित करते हुए राज्य सरकार को पूरे मामले की जांच के आदेश दिए थे, राज्य सरकार ने इस मामले की ईओडब्ल्यू को सौंपी है.