इंदौर। शहर में पकड़ाए बड़े ड्रक्स स्कैंडल के बाद प्रशासन भी एक्शन मोड में आ गया है. इंदौर कलेक्टर के आदेश के बाद प्रशासन ने शहर के 6 बड़े पब और बार को सील कर दिया और उनके लाइसेंस 31 दिसंबर तक निरस्त भी कर दिए गए. प्रशासन को कई दिनों से इन पब और बार के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही थी.
बार और पब के लाइसेंस हुए स्थगित छह बार और पब के लाइसेंस हुए स्थगित
कलेक्टर ने आदेश करके इंदौर के छह प्रमुख बार और पब के लाइसेंस स्थगित करते हैं. इन सभी में जांच के दौरान 21 साल से कम उम्र के बच्चे नशे में पाए गए थे. कलेक्टर ने इन पब और बार के लाइसेंस 31 दिसंबर 2020 तक के लिए स्थगित किए गए हैं. कलेक्टर ने कार्रवाई से पहले आबकारी अमले को तलब किया और इन सभी पब और बार को सील करने के लिए मौके पर रवाना किया गया.
स्मोकिंग जोन भी बंद करने के दिए गए निर्देश
कलेक्टर ने सभी बार और पब में स्मोकिंग जोन बंद करने के निर्देश दिए हैं. प्रशासन को यह शिकायत प्राप्त हुई थी कि इन पब और बार में स्मोकिंग की आड़ में ड्रग की खपत भी कराई जा रही है. साथ ही प्रशासन ने चेतावनी दी है कि ऐसे सभी स्थानों में युवाओं को नशे की लत लगाने की किसी भी कोशिश पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही पब और बार में युवा वर्ग की गैरकानूनी मौजूदगी पर भी विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी.
21 वर्ष से कम उम्र के युवा नहीं जा पाएंगे पब और बार
कलेक्टर ने पब और बार संचालकों को चेतावनी भी दी है कि स्कूल कॉलेज के बच्चों का पब और बार में प्रवेश नहीं कराएं. पब और बार की लाइसेंस की शर्तों में यह शामिल है कि 21 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को पब और बार में प्रवेश नहीं दिया जा सकता. लेकिन कई बार जांच में 21 वर्षों से कम उम्र के बच्चे भी पब और बार में पाए गए हैं. अब 21 वर्ष से कम और स्कूल कॉलेज के बच्चे यदि पब और बार में पाए जाएंगे तो पब और बार का लाइसेंस निरस्त कर उन्हें सील करने की कार्रवाई भी की जाएगी.