इंदौर।सेज यूनिवर्सिटी में एमबीए प्रथम वर्ष में पढ़ने वाली छात्रा ने बीते दिन रैगिंग की शिकायत दर्ज कराई थी. उसने बताया कि शिकायत करने के बाद भी प्रबंधन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही थी. घटनाक्रम मीडिया में आते ही यूनिवर्सिटी ने आनन-फानन में मामले की जांच शुरू की. पूरे मामले में संस्थान द्वारा अब तक 5 दोषी छात्रों को अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया है. इन छात्रों को केवल वर्तमान वर्ष की अंतिम परीक्षाएं देने की अनुमति दी गई है, अगले सत्र में संस्थान दोषियों को प्रवेश नहीं देगा.
छात्रा से रैगिंग संस्थान की चुप्पी, प्रबंधन पर उठे सवाल तो दोषियों को अस्थाई तौर पर किया निलंबित - इंदौर लेटेस्ट न्यूज
इंदौर की सेज यूनिवर्सिटी में बीते दिनों एमबीए प्रथम वर्ष की छात्रा द्वारा रैगिंग की शिकायत की गई थी. शिकायत मिलने के बाद भी प्रबंधन द्वारा कार्रवाई नहीं की जा रही थी. मीडिया में छात्रा के साथ रैगिंग का मामला सामने आने के बाद सेज यूनिवर्सिटी ने 5 दोषी छात्रों को अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया है. (sage university ragging case) (First year student files ragging against senior)
बाहरी लड़कों के साथ मिलकर 5 सीनियर छात्रों ने की थी बदसलूकी
सेज यूनिवर्सिटी में पिछले दिनों एमबीए प्रथम वर्ष की छात्रा से 5 सीनियर छात्रों ने बदसलूकी और मारपीट की थी. ये छात्र अपने साथ बाहरी लड़कों को भी लेकर आये थे. चलती क्लास में ही उन्होंने छात्रा से मारपीट की जिसकी शिकायत पर भी प्रबंधन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई थी. ऐसे में संस्थान पर कई सवाल खड़े होने लगे. मामला मीडिया में आता देख प्रबंधन ने पूरी घटना की जांच शुरू की और पांचों दोषी छात्रों को अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया है. इसके अलावा उन्हें अगले सत्र में प्रवेश नहीं देने का भी आश्वासन दिया है.
इंदौर में रैगिंग का मामलाः सीनियर्स से परेशान छात्र ने यूजीसी हेल्पलाइन पर की शिकायत
संस्थान प्रबंधन पर उठ रहे सवाल
छात्रा ने बताया कि उसने सीनियर द्वारा रैगिंग की शिकायत पहले प्रबंधन से की थी, लेकिन संस्थान द्वारा दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसके बाद मामला मीडिया में फैलता देख संस्थान ने सभी छात्रों को निलंबित कर अगले सत्र में प्रवेश नहीं देने का आश्वासन दिया है.
छात्रा से पहले भी इन्हीं छात्रों ने की थी अभद्रता
सूत्रों के अनुसार एक महीने पहले भी इन्हीं 5 सीनियर छात्रों ने छात्रा से बदसलूकी की थी. इसके बाद ये सीनियर पीड़िता छात्रा से ही माफी मंगवाने पर अड़ गए थे. उस समय भी छात्रा ने कॉलेज की ही एक फैकल्टी से शिकायत की थी. जिसके बाद फैकल्टी ने मध्यस्थता कर मामले को शांत करा दिया था.