इंदौर।कोरोना के इस मुश्किल दौर में जहां कंपनियां अपने कर्मचारियों को निकाल रही हैं. वहीं कोलकाता की विसुवियस इंडिया लिमिटेड कंपनी ने एक बड़ा उदाहरण पेश किया है. इंदौर के रहने वाले रितेश डूंगरवाल इस कंपनी में मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर काम करते थे, अचानक हार्टअटैक से उनकी मौत हो गई. ऐसी स्थिति में कंपनी ने उनका शव इंदौर तक पहुंचाने के लिए एक 180 सीटर प्लेन बुक करके इंदौर भेजा.
कोरोना काल में निजी कंपनी ने पेश की मिसाल परिजनों का कहना है कि जब प्लेन कोलकाता में नहीं मिला तो दिल्ली से व्यवस्था की गई. इसके लिए कंपनी ने परिवार से किसी भी तरह से मदद नहीं ली. परिवार का कहना है कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि कंपनी ऐसा कोई कदम उठाएगी.
रितेश डूंगरवाल पिछले दो सालों से इस कंपनी में काम कर रहे थे. 19 अगस्त को हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया था. लिहाजा परिजन बॉडी को प्राइवेट जेट से कोलकाता से दिल्ली और फिर इंदौर लाने के लिए कोशिश कर रहे थे. इस बीच कंपनी ने एक 180 सीटर प्लेन बुक कर दिया. कंपनी ने करीब 50 से 60 लाख रुपए खर्च करके प्लेन के जरिए डेड बॉडी भिजवाई है.
लॉकडाउन में जब बड़ी-बड़ी कंपनियों की हालत खस्ता हैं, ऐसे में कर्मचारी के लिए ऐसा मामला शायद देश में पहला है, जब एक कंपनी ने अपने कर्मचारी की बॉडी भेजने के लिए पूरा प्लेन बुक किया हो. कंपनी के कर्मचारियों ने भी मृतक और उनके परिवार के प्रति मानवता की मिसाल पेश करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. परजिनों ने कंपनी के इस काम पर धन्यवाद किया है.