इंदौर। शहर में बढ़ते अपराध को काबू में करने के लिए प्रदेश सरकार ने इंदौर में पुलिस कमिश्नर सिस्टम (indore police commissioner system) लागू कर दिया है. इसके बाद शहर के पहले पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने इंदौर पुलिस की वर्किंग स्टाइल को अपडेट करने के लिए एक इंटेलिजेंस टीम (police intelligence team) का गठन किया है. यह टीम भ्रष्टाचार करने वाले पुलिसकर्मियों की ही धरपकड़ करेगी. इंटेलिजेंस की इस टीम ने काम भी शुरू कर दिया है. टीम के सदस्य देर रात मजदूर बनकर (intelligence team in labor dress) शहर की सड़कों पर निकले. इस दौरान टीम ने विभिन्न पुलिस अधिकारियों को चिन्हित करते हुए उन पर कार्रवाई भी की.
इंदौर पुलिस कमिश्नर की अनूठी पहल भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों पर होगी सख्त कार्रवाईइंदौर पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने अपने ही अधिकारियों पर लगाम लगाने के लिए एक भ्रष्टाचार निवारण इंटेलिजेंस टीम बनाई है. इसी टीम के साथ इंटेलिजेंस विभाग के एडिशनल डीसीपी प्रशांत चौबे और एसीपी अजय वाजपेई ने मजदूरों के लिबाज में एक सादा चार पहिया लोडिंग वाहन में शहर के चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मियों की गतिविधियों को देखा. इस दौरान यदि कोई भी पुलिसकर्मी अवैध तरीके की गतिविधियों में लिप्त पाया गया तो उसे चेतावनी देते हुए उन पर कार्रवाई भी की गई.
इंदौर पुलिस कमिश्नर की अनूठी पहल इंदौर पुलिस की अनूठी पहलपुलिसकर्मियों के भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के उद्देश्य से की गई इस अनूठी पहल में इंटेलिजेंस टीम के वरिष्ठ अधिकारियों ने वेश बदल कर पुलिसवालों पर ही नजर रखने की शुरूआत की. मजदूर के भेष और सादा लोडिंग गाड़ी में अधिकारी शहर के चंदन नगर ,गांधी नगर ,एरोड्रम सहित अन्य जगहों से गुजरे. इस दौरान कई जगह पर और चौराहों पर दोनों अधिकारियों को पुलिसकर्मियों ने रोका भी और अलग-अलग तरह की डिमांड भी की. जिस पर इंटेलीजेंस टीम ने मौके पर ही कार्रवाई और दोबारा से ऐसा करते पाए जाने पर सख्त कार्रवाई किए जाने की हिदायत भी दी.
अधिकारियों ने की सराहना
इंदौर पुलिस की इस अनूठी पहल की लोगों ने सराहना की है. प्रशासनिक स्तर पर भी पुलिस के इस कदम को काफी महत्वपूर्ण बताया जा रहा है. शहर में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद जिस तरह से पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार लाने की कोशिश की जा रही है वह काफी अच्छी मानी जा रही है, हालांकि इसका जनता को कितना फायदा मिलता यह आने वाले समय में ही सामने आएगा.
भोपाल पुलिस कमिश्नर भी एक्शन में लागू की धारा 144
राजधानी भोपाल में भी पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद पुलिस आयुक्त मकरंद देऊस्कर ने मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र को देखते हुए धारा 144 की शक्तियों का इस्तेमाल किया. इससे पहले यह आदेश भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया द्वारा दिए जाते थे. विधानसभा का सत्र सोमवार 20 दिसम्बर से 24 दिसम्बर तक चलेगा. इसे दौरान विधानसभा भवन के आसपास धारा 144 लागू रहेगी. इस अवधि में विधानसभा भवन के आसपास राजनीतिक दलों द्वारा प्रदर्शन, जुलूस या सभा आयोजित करने की मनाही होगी.