इंदौर। प्याज के उंचे भाव को लेकर आम जनता को अक्सर परेशानी का सामना करना पड़ता है. वहीं किसानों को उनकी फसल का सही रेट ना मिल पाना भी कर्ज के मकड़जाल में फंसा देता है. MP की मंडियों में एक बार फिर प्याज के कारण किसान और व्यापारी दोनों परेशान होने वाले हैं. बाजार में प्याज की आवक अधिक होने के कारण फसल के दाम में भारी कमी आई है. इससे आम आदमी को भले ही राहत मिलेगी, लेकिन व्यापारी और किसान जरूर परेशान होंगे.
एमपी में प्याज की कीमतों में भारी गिरावट, किसान व्यापारी परेशान रतलाम में बिका 1 रुपए किलो प्याज!
प्याज को लेकर मध्यप्रदेश के साथ ही देश की सियासत हमेशा गर्म रहती है, प्याज को लेकर एक बार फिर मध्य प्रदेश का सियासी पारा चढ़ सकता है. जिसकी वजह प्याज के दामों में भारी गिरावट है. रतलाम में प्याज 1 रुपए प्रति किलो, तो वहीं मध्य प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में भी प्याज कम दामों पर बिक रही है. अचानक से प्याज की आवक में बढ़ोतरी हुई है, इस कारण प्याज के दाम में कमी आई है. इंदौर की चोइथराम मंडी की बात करें तो जो अच्छा प्याज 24 और 14 रु. प्रति किलो बिकता था, वह प्याज 10 से 15 रुपये किलो तक बिक रहा है. लो क्वालिटी प्लाज 5 रुपए प्रति किलो के भाव से बिक रहा है. आने वाले दिनों में प्याज के दाम में और भी ज्यादा गिरावट आने के आसार है.
महाराष्ट्र और राजस्थान से आवक ज्यादा होने से गिरे दाम
इंदौर की चोइथराम मंडी प्रदेश की सबसे बड़ी मंडियों में शुमार है. इस मंडी में इंदौर के ग्रामीण इलाकों के साथ ही महाराष्ट्र और राजस्थान के कई गांव से भी सामान आता है. महाराष्ट्र और राजस्थान में इस बार प्याज की आवक अच्छी हुई, तो वहां से कई ट्रक इंदौर की चोइथराम मंडी में प्याज लेकर आए. इसी कारण अचानक आवक में हुई बढ़ोतरी का सीधा असर प्याज के दाम पर हो रहा है. जो प्याज 24 से 25 किलो बिक रहा था, उसके दाम में कमी आई और अब उसकी कीमत 10 से 15 रुपये है. अलग-अलग श्रेणी की प्याज बाजार में आ रही है, जहां अच्छे प्याज की कीमत 15 से 10 पहुंच चुकी है तो वहीं हल्के प्याज की कीमत 5 किलो है. व्यापारियों का कहना है कि यदि इसी तरह से आवक रही तो निश्चित तौर पर प्याज के दाम में और भी ज्यादा गिरावट आ सकती है और इससे व्यापारी और किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान होगा.