इंदौर। मध्य प्रदेश में जिस तरह से महिला संबंधी अपराध के ग्राफ में बढ़ोतरी हो रही है, उसको लेकर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष का कहना है कि मध्यप्रदेश महिला अपराधों का गढ़ बन चुका है, जिन संस्थाओं पर महिलाओं की सुनवाई के अधिकार हैं, उन संस्थानों पर सरकार ने ताले लगा दिए हैं, जिसके कारण बेसहारा महिलाओं की कहीं सुनवाई नहीं हो रही है, वहीं अलीराजपुर के गांव में महिला के साथ ही घटना को दुखद बताया है.
महिला आयोग पर सरकार ने डाले ताले
मध्य प्रदेश के अलग-अलग शहरों में महिला संबंधी अपराध के ग्राफ में लगातार बढ़ रहे हैं, वहीं अलीराजपुर की घटना को लेकर प्रदेश सरकार कार्रवाई करने की बात कह रही है, तो वहीं महिला आयोग ने इस पूरे मामले में सरकार को ही घेरते हुए कई तरह के आरोप लगाए हैं, मध्य प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष शोभा ओझा का कहना है कि मध्य प्रदेश सरकार ने महिला आयोग पर ताले लगा दिए हैं, जिसके कारण वह सुनवाई नहीं कर पा रही है, उसी का नतीजा है कि मध्य प्रदेश में लगातार महिला संबंधी अपराध के ग्राफ में बढ़ोत्तरी हो रही है, मध्यप्रदेश में हर रोज, रेप, गैंगरेप और छेड़खानी समेत महिलाओं से अलग अलग तरह की घटनाओं को बदमाश अंजाम दे रहे हैं, लेकिन प्रदेश सरकार किसी तरह का कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है.
'महिला अपराधों के प्रति संवेदनशील नहीं एमपी सरकार'
महिला आयोग की अध्यक्ष शोभा ओझा का कहना है कि प्रदेश सरकार महिला अपराधों के प्रति संवेदनशील नहीं है, इसी के चलते प्रदेश सरकार ने महिला आयोग पर ताले डाल दिए हैं, वहीं शोभा ओझा का यह भी कहना है कि कोर्ट से स्टे लेने के बावजूद प्रदेश सरकार उन्हें काम नहीं करने दे रही है और कोर्ट की भी अवेहलना प्रदेश सरकार कर रही है, इसको लेकर जल्द वह एक बार फिर कोर्ट के समक्ष आवेदन लगाएगीं और जल्दी सुनवाई की मांग करेंगी.
एमपी में तेजी से बढ़ रहा महिला अपराध का ग्राफ