इंदौर।देशभर में लगातार पांचवीं बार स्वच्छता में नंबर-वन आने वाला शहर छठवीं बार भी स्वच्छता की दौड़ में सबसे आगे है. शहर और नदियां साफ करने के बाद इंदौर अब वायु प्रदूषण रोकने की तरफ तेजी से अग्रसर है. इसकी शुरुआत प्रसिद्ध फूड जोन छप्पन दुकान से हुई है. जिसे शुक्रवार से पॉल्यूशन फ्री कुकिंग फूड जोन (Pollution Free Cooking Food Zone) में तब्दील कर दिया जाएगा. यहां कोयले की भट्टी से किसी भी तरह के व्यंजन बनाना या भट्टी जलाना प्रतिबंधित होगा (Restrictions on Use of Furnace).
2022 के स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारी
2022 के स्वच्छता सर्वेक्षण (Swachhta Sarvekshan 2022) की प्राथमिकता कचरे के निष्पादन के लिए बायो मीथेन प्लांट और वायु प्रदूषण रोकने के लिए एयर क्वालिटी इंडेक्स रहने वाला है. यही वजह है कि इंदौर शहर में इसको लेकर अभी से व्यापक रणनीति के तहत कार्य शुरू कर दिया गया है. शहर में साढ़े 500 टन का बायो मीथेन प्लांट तैयार किए जाने के बाद अब वायु प्रदूषण रोकने पर प्रशासन का फोकस है. इंदौर समेत पीथमपुर सांवेर रोड देवास के उन औद्योगिक क्षेत्र पर भी फौकस किया जा रहा है, जिनमें ईंट भट्टा, बायलर, रोलिंग, मिल, रेस्टोरेंट्स, ऑटोमोबाइल आदि के काम से वायु प्रदूषण फैलता है (Chappan Shop Pollution Free Cooking Food Zone).
छप्पन दुकान में भट्टी का उपयोग प्रतिबंधित
शहर में अब उन जगहों को चिन्हित किया जा रहा है जहां कोयले की भट्टी पर कुकिंग होती है. सबसे पहले शुरुआत शहर के छप्पन दुकान से की गई है. जहां कोयले की भट्टी से किसी भी तरह के व्यंजन बनाना अथवा भट्टी को जलाना प्रतिबंधित कर दिया गया है. लिहाजा शहर को प्रदूषण मुक्त बनाने की इस पहल का स्वागत छप्पन दुकान व्यापारी एसोसिएशन ने भी किया. सभी व्यापारियों ने तमाम दुकानों से कोयले की भट्टी हटाने का फैसला किया है. नतीजतन शुक्रवार से छप्पन दुकान पॉल्यूशन फ्री कुकिंग जोन के रूप में तब्दील हो जाएगा (Chappan Shop Restrictions on use of Furnace).