इंदौर।मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव का रंग चढ़ रहा है. झंडे, बैनर और पोस्टरों के बाद अब कई युवा कार्यकर्ता अपनी पार्टी और प्रत्याशी के समर्थन में अपने शरीर पर टैटू भी बनवा रहे हैं. पार्टी के समर्थक चाहे वह हिन्दू हों या फिर मुस्लिम, अपने शरीर पर टैटू बनवाने से पीछे नहीं हट रहे हैं. लिहाजा चुनावी मौसम में टैटू आर्टिस्ट की भी चांदी होती नजर आ रही है. टैटू बनवाने वालों का कहना है कि हमारे लिए यह एक नया अनुभव है और हमें अच्छा भी लग रहा है.
समर्थकों में कुछ हटकर दिखने की चाह: अपने शौक को तरह-तरह से दर्शाने वाले जुनूनी युवा इन दिनों राजनीति में भी कुछ हटकर कर गुजरने को लेकर सक्रिय हैं. यही वजह है कि चुनाव के पहले पार्टी मंच पर टिकट मांगना हो या फिर महापौर का टिकट मिल जाने के बाद अपने नेता का समर्थन करना. ऐसे में युवा कार्यकर्ता कुछ हटकर दिखने की चाहत में टैटू बनवा रहे हैं. खास बात यह है कि टैटू के रंग भी पार्टी के निशान और विचारधारा की तरह ही बदले हुए हैं.
टैटू आर्टिस्ट की चांदी: कई ऐसे युवा कार्यकर्ता भी हैं जो चुनावी मौसम में पार्टी (bjp symbol tattoo) के चुनाव चिन्ह को टैटू के जरिए जन-जन तक पहुंचाना चाहते हैं. लिहाजा टैटू आर्टिस्ट के पास अब कांग्रेस (Congress symbol tattoo), भाजपा और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता टैटू बनवाने पहुंच रहे हैं. इस कारण स्थिति यह है कि कोरोना के बाद व्यापारिक मंदी से जूझ रहे टैटू आर्टिस्ट (Mansi Sisodia tattoo artist) भी अब धार्मिक चिन्ह और तरह-तरह के मॉडर्न आर्ट छोड़कर कार्यकर्ताओं के हाथ से लेकर कंधे चेहरे और गालों पर चुनाव चिन्ह बना रहे हैं. इससे उन्हें भी चुनावी सीजन में कमाई का नया जरिया मिल गया है.