इंदौर।विधायक आकाश विजयवर्गीय एक बार फिर चर्चाओं में हैं. भाजपा महासचिव एवं उनके पिता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि बच्चों को मैदे से बनी चीज नहीं खानी चाहिए, जबकि उनके बेटे आकाश विजयवर्गीय ने 30 हजार बच्चों को केक बंटवा दिए. इस बारे में जब उनसे पूछा गया तो आकाश ने कहा कि हमने मैगी नहीं केक बांटे हैं और वह आटे से बने हुए हैं.
दरअसल, हाल ही में कैलाश विजयवर्गीय ने कोरोना जागरूकता रथ का शुभारंभ करते हुए संक्रमण की तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए खानपान में सतर्कता रखने की नसीहत दी थी. इस दौरान उन्होंने अपने बयान में कहा था कि कोरोना से बचने के लिए अब सभी को अनुशासन से रहना पड़ेगा. बच्चों को भी संक्रमण से बचाने के लिए प्रोटोकॉल बनाना होगा. इसके अलावा बच्चों को मैदे से बनी वस्तुएं ब्रेड-मैगी नहीं खिलाना है क्योंकि यह बच्चों के लिए जहर है.
कैलाश विजयवर्गीय का कहना था कि बच्चों को क्या खिलाना है इसका भी डॉक्टर के मार्गदर्शन में प्रोटोकॉल तय होना चाहिए, उसी हिसाब से बच्चों को भोजन कराना चाहिए. उनके इस नसीहत के सप्ताह भर बाद ही खुद उनके पुत्र ने अपनी विधानसभा क्षेत्र में तमाम बच्चों को केक और ब्रेड-बन का वितरण शुरू किया है. इसके लिए उनकी विधानसभा क्षेत्र की गरीब बस्तियों के बच्चों को मंगलवार से ही 30,000 कप केक का वितरण शुरू किया गया है.
50 हजार से अधिक चॉकलेट के पैकेट बंटवा चुके हैं आकाश
आकाश विजयवर्गीय ने अपने विधानसभा क्षेत्र के कई बच्चों को घर-घर जाकर केक का वितरण किया है. इसके अलावा उनके कार्यालय से इसी तरह की खाद्य सामग्री वितरण के लिए क्षेत्र के संबंधित कार्यकर्ताओं को बड़ी मात्रा में सौंपी गई है. गौरतलब है पिछले साल से अब तक आकाश विजयवर्गीय अपने विधानसभा क्षेत्र में 50,000 से अधिक चॉकलेट के पैकेट बंटवा चुके हैं.