इंदौर।लॉकडाउन के चलते हर तरफ मंदी का दौर शुरू हो चुका है, बढ़ती गर्मी के बाद अब इसकी चपेट से मटका व्यापारी भी आ गए हैं. मई का महीना शुरु हो चुका है और उनके धंधे में जिस तरह से गर्मी के दिनों में उछाल रहता था, उस तरह का उछाल इस गर्मी में नजर नहीं आ रहा है. जिस कारण मटका व्यापारी काफी दयनीय स्थित में गुजर बसर कर रहे हैं.
लॉकडाउन में नहीं बिके रहे मटके, कुम्हार हो रहे परेशान - Corona crisis in Indore
बढ़ती गर्मी के बाद अब लॉकडाउन की चपेट से मटका बनाने वाले कुम्हार भी आ गए हैं. मई के महीने में आमतौर पर मटकों की बिक्री खूब होती है, लेकिन इस साल कुम्हारों का धंधा पूरी तरह से मंदा है.
इंदौर में कुम्हारों की स्थिति काफी दयनीय हो चुकी है, मटका व्यापारियों का कहना है कि कई प्रदेशों से अलग-अलग तरह के मटके गर्मी में बेचने के लिए मंगवाए थे, लेकिन अचानक से लगे लॉकडाउन के कारण उनका माल जैसा का तैसा रखा हुआ है. लॉकडाउन के दौरान कोई खरीददार मटकों को खरीदने के लिए नहीं आ रहा है, जिसके कारण उन्हें काफी नुकसान हुआ है.
व्यापारियों ने गुजरात और देश के अलग-अलग प्रदेशों से मटके बेचने के लिए बुलवाए थे, वो भी कर्ज लेकर, लेकिन लॉकडाउन के दौरान इनकी बिक्री ना होने के कारण उसकी भरपाई भी नहीं कर पा रही है. शिकायत है कि सरकार भी उनका किसी तरह का कोई सहयोग नहीं कर रही है, जिसके उन्हें आर्थिक रूप परेशान होना पड़ रहा है. जैसे- तैसे दूसरों पर आश्रित रहकर गुजर-बसर कर रहे हैं.