इंदौर।धार की कारम नदी पर बने डैम के ध्वस्त होने के बाद बुधवार को इंदौर में इस मामले को लेकर प्रेस से चर्चा के दौरान गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि- "धार में कारम नदी पर बना डैम दरअसल, तालाब है क्योंकि इसमें गेट नहीं लगे थे. यह तालाब नुमा संरचना थी इसलिए इसे बड़ा बांध नहीं कहा जा सकता." उन्होंने ठेका कंपनी के प्रमोटर से मित्रता के सवाल पर कहा कि- " हम सार्वजनिक जीवन जीते हैं, अशोक भारद्वाज मेरे मित्र हैं इसे लेकर हमने मना नहीं किया है." उन्होंने कहा इस मामले में डैम को लेकर वस्तुस्थिति पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्पष्ट कर चुके हैं.
सारथी कंस्ट्रक्शन को 2018 में ही ब्लैकलिस्टेड किया जा चुका है:धार जिले की कारम नदी पर ध्वस्त हुए बांध के निर्माण का ठेका दिल्ली की एएनएस कंपनी को दिया गया था, लेकिन जमीन पर काम सारथी कंस्ट्रक्शन नामक दूसरी कंपनी कर रही थी. सारथी नाम की कंपनी के प्रमोटर अशोक भारद्वाज हैं जिनके राज्य सरकार के कई मंत्रियों से करीबी संबंध बताए जाते हैं. हाल ही में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने भी आरोप लगाते हुए कहा था कि 2020 में कांग्रेस के विधायकों को खरीदने में अशोक भारद्वाज ही मास्टरमाइंड थे. दरअसल, पहले भी घटिया निर्माण के कारण सारथी कंस्ट्रक्शन को 2018 में ही ब्लैकलिस्टेड किया जा चुका था इसके अलावा दिल्ली की एएनएस कंस्ट्रक्शन कंपनी भी 2016-17 में ब्लैकलिस्टेड की जा चुकी है. हालांकि एक बार फिर से राज्य सरकार ने डेम के निर्माण संबंधी दिल्ली की एजेंसी एएनएस कंस्ट्रक्शन कंपनी और उसकी साझीदार ग्वालियर की सारथी कंपनी का पंजीयन निलंबित कर दोनों कंपनियों को ब्लैक लिस्टेड किया है.