इंदौर। मोस्ट वांटेड आरोपी जीतू सोनी को इंदौर क्राइम ब्रांच ने गुजरात से गिरफ्तार कर लिया है. वहीं गिरफ्तार करने के बाद इंदौर आईजी और डीआईजी ने पूरे मामले का खुलासा किया और बताया कि किस तरह से टीम ने वहां पर दबिश दी और उसे गिरफ्तार किया है.
हरि नारायण चारी मिश्रा , डीआईजी प्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप मामले में जीतू सोनी के अखबार से कई खुलासे हो रहे थे. जिस पर पूर्व की कमलनाथ सरकार ने कार्रवाई के निर्देश दिए थे. जिसके बाद पुलिस ने जीतू सोनी के माय होम होटल पर दबिश दी थी. जिसमें कई लड़कियां और युवतियों को पुलिस ने बरामद किया था. जिसमें अधिकतर लड़कियां पश्चिम बंगाल की थीं. जीतू सोनी पर इंदौर पुलिस ने जैसे-जैसे शिकंजा कसा, उसके खिलाफ आवेदनों की भरमार आने लग गई और तकरीबन 56 से अधिक अपराध जीतू सोनी के खिलाफ इंदौर के विभिन्न थानों में दर्ज हो गए. वहीं जीतू सोनी की पिछले 6 महीनों से पुलिस लगातार तलाश कर रही थी.
इंदौर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि जीतू सोनी गुजरात में अपने पिता की पुण्यतिथि के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आने वाला है. इस सूचना के आधार पर पुलिस ने एक टीम पहुंचाई और गुजरात में जहां पर पुण्यतिथि का कार्यक्रम होने वाला था, वहां पर दबिश दी, जहां पर पुलिस को जीतू सोनी मिल गया. फिलहाल जीतू सोनी को पुलिस ने अभी अपनी कस्टडी में लिया है और कई मामलों में पूछताछ की जानी है. फरारी के दौरान किन लोगों ने जीतू सोनी की मदद की इंदौर पुलिस उन लोगों के बारे में जांच कर रही है.
पुलिस के मुताबिक जीतू सोनी के विभिन्न ठिकानों पर एक बार फिर छानबीन की जा सकती है. वहीं जब मीडिया ने आरोपी जीतू सोनी से बात करने की कोशिश की तो उसने उल्टा मीडिया पर ब्लेम करते हुए कहा कि जो कुछ तुम कर रहे हो बहुत अच्छा कर रहे हो, उसे अपनी गलती का किसी तरह का कोई पछतावा नजर नहीं आ रहा है. फिलहाल अब देखना होगा कि इस पूरे मामले में पुलिस किस तरह से खुलासे आगे करती है.