इंदौर। मालवा-निमाड़ समेत अंचल के तमाम कृषि उत्पाद और औद्योगिक सामान अब दुनियाभर में कहीं भी एक्सपोर्ट किए जा सकेंगे. इसके लिए इंदौर एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल कार्गो की शुरुआत की जा रही है. हाल ही में इस से जुड़ा निर्णय एयरपोर्ट प्रशासन और एयरपोर्ट परामर्श दात्री समिति की बैठक में हुआ है.
शंकर लालवानी, इंदौर सांसद वर्तमान में इंदौर से डोमेस्टिक कार्गो की सुविधा है, जिसकी मासिक क्षमता करीब 500 टन है, अंतरराष्ट्रीय कार्गो के लिए एयरपोर्ट परिसर के आस-पास 5000 टन क्षमता का गोदाम तैयार किया जा रहा है और इस क्षमता को बढ़ाने के लिए गोदाम का लगातार विस्तार किया जा रहा है. आत्मनिर्भर भारत की कल्पना के अनुरूप इंदौर से एक्सपोर्ट बढ़ाने के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं. इस कड़ी में इंदौर एयरपोर्ट से इंटरनेशनल कार्गो शुरू होने पर क्षेत्र में खुशहाली और समृद्धि बढ़ेगी. किसानों और एक्सपोर्ट ओरिएंटेड यूनिट्स को फायदा मिल सकेगा. अंचल के कृषि उत्पाद फ्रूट्स और वेजिटेबल्स के साथ-साथ अन्य सामान दुनिया भर के किसी भी देश में भेजा जा सकेगा. इसके लिए एयरपोर्ट पर 75 लाख रुपए की कार्गो एक्स-रे मशीन आ चुकी है, जिसका इंस्टॉलेशन चल रहा है.
एयरपोर्ट के पुराने भवन का नवीनीकरण करके एयर कार्गो के लिए उपयोग किया जाना है. इसके अलावा जल्दी खराब होने वाले पदार्थ जैसे सब्जी, फ्रूट्स के लिए छोटा कोल्ड स्टोरेज का निर्माण किया जा रहा है. हालांकि बड़े कोल्ड स्टोरेज का निर्माण जुलाई के आखिरी तक होना बताया जा रहा है. एयर कार्गो के लिए कस्टम विभाग का यहां ऑफिस भी शुरु हो चुका है, साथ ही कस्टम ड्यूटी के भुगतान की प्रक्रिया शुरू की जा रही है.
कीमती वस्तुओं के लिए अलग परिसर
एयरपोर्ट पर सोना, चांदी, हीरे जवाहरात के लिए अलग से परिसर तैयार किए गए गया है. जहां इंपोर्ट और एक्सपोर्ट के लिए बहुमूल्य वस्तुएं रखी जा सकेंगी. इसके अलावा किसानों की फसलें, फल और सब्जियों को सीधा कार्गो हाउस तक पहुंचाने के लिए सड़क और स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था की जा रही है. अब माना जा रहा है कि जैसे ही केंद्र शासन द्वारा अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की स्वीकृति प्रदान की जाएगी इंदौर से स्पाइसजेट, इंडिगो, एयर सहारा, एयर इंडिया एवं अन्य उड़ानों के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सीधे माल पहुंचाने की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी.