इंदौर।भारत अपनी परंपराओं के साथ-साथ अपने अनोखे आविष्कारों को जुगाड़ को लेकर भी हमेशा से चर्चाओं में रहता है. हमारी संस्कृति बताती है कि आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है. इसी को आगे बढ़ाते हुए इंदौर के एक शैक्षणिक संस्थान एसजीएसआईटीएस के पूर्व निर्देशक डॉ प्रदीप चांदे ने भी ऐसा ही कुछ कर दिखाया है. उन्होंने एक ऐसा पंखा तैयार किया है जो फांसी लगाने की कोशिश को विफल कर देगा. प्रोफेसर का यह एडजेस्टेबल सीलिंग फैन कारगर भी है. (Indore Professor Designed Anti Suicide Ceiling Fan)
इंदौरी प्रोफेसर का अनोखा आइडिया:देश के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में रह चुके डॉ पीके चांदे ने सीलिंग फैन में एक मॉडिफिकेशन किया है. यह मॉडिफाइड पंखा 3 साल की कड़ी मेहनत के बाद तैयार हुआ है. प्रोफेसर ने रिटायर होने के बाद सीएस माइंड नाम से स्टार्टअप शुरू किया है. इसी के तहत वे कई तरह का अविष्कार करते रहते हैं. खास बात यह है कि इस सीलिंग फैन की साफ-सफाई आसानी से की जा सकती है. प्रोफेसर चांदे ने बताया कि-
मुझे ये इनोवेशन करने की प्रेरणा अपने कुछ परिचितों से मिली है. 1892 में जर्मन इंजीनियर फिलिप एचडी ने सीलिंग फेन बनाया था, तब किसी ने भी नहीं सोचा होगा कि हवा देने वाला यह पंखा किसी इंसान की जान भी ले सकेगा. मैंने अपने रिश्तेदार और पड़ोसी का पंखा साफ करते वक्त गिरते देखा था. एक रिश्तेदार की ऐसे ही गिरने से रीढ़ की हड्डी टूट गई थी.इसके बाद से ही मैंने इस तरह का पंखा बनाने की तैयारी की और आज एक एडजेस्टेबल फैन तैयार किया है. आए दिन पंखे से लटककर लोग सुसाइड कर रहे हैं. मैंने सोचा कि ऐसा पंखा बनाते हैं, जो आसानी से नीचे आ जाए और दोबारा ऊपर चले जाए. मैंने कई महीनों की रिसर्च के बाद पंखे के दो मॉड्यूल तैयार किए. जब ये सफल हुए तो इसका फाइनल प्रोटोटाइप तैयार किया.पंखे का नाम सिम डिवाइस रखा है, क्योंकि यह बहुत सुरक्षित है और इस्तेमाल में आसान है. इसका सिस्टम बनाने में वैसे तो तीन साल में 7 से 8 लाख रुपए खर्च हुए, लेकिन इसके सिस्टम की कीमत400 से 500 रुपए ही है. इसमें पंखे को पुश करने के बाद उसे नीचे लाया जा सकता है और सफाई के बाद उसे वापस ऊपर लगाया जा सकता है. यह पंखा केवल सफाई के उद्देश्य से तैयार किया था लेकिन मॉड्यूलर लॉक वाले टेलीस्कोपिक पाइप से ये सुसाइड प्रूफ फेन भी बन चुका है.