इंदौर। बाणगंगा थाना क्षेत्र में रहने वाले और परदेशीपुरा थाने पर पदस्थ आरक्षक ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. प्रारंभिक जांच पड़ताल में यह बात सामने आई है कि मृतक आरक्षक सुनील का अपनी पत्नी से किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था और इसी के चलते उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. आरक्षक सुनील सेंगर परदेशीपुरा थाने से पहले इंदौर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में भी पदस्थ रहा है.
बेटे की मौत से तनाव में था सुनील
आरक्षक आत्महत्या मामले में यह भी जानकारी मिली है कि अगस्त 2020 में सुनील को दो जुड़वा बच्चे हुए थे. जिसमें एक आयुष और दूसरा अर्थव था. अर्थव को ब्रेन हेमरेज होने के बाद विभिन्न हॉस्पिटल में उसको इलाज के लिए भर्ती कराया. जब अर्थव 6 माह का हुआ तो अचानक उल्टी होना शुरू हुई, बेटे को चाइल्ड स्पेशलिस्ट को दिखाया गया. अलग-अलग हॉस्पिटल में इलाज के दौरान सुनील का काफी पैसा खर्च हुआ, जिसके कारण उसपर काफी कर्ज हो गया. लंबे चले इलाज के बाद भी सुनील बेटे को नहीं बचा पाया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इस कारण भी सुनील काफी डिप्रेशन में था.