इंदौर। आज के दौर में आधार कार्ड की जरूरत हर महत्वपूर्ण काम में पड़ती है. लेकिन इंदौर में ऐसे भी लापरवाह लोग हैं, जो आधार कार्ड के प्रति बेरुखी दिखाने की सभी सीमाएं लांघ रहे हैं. स्थिति यह है कि शहर के एमवाय अस्पताल परिसर में हजारों की संख्या में लोगों के आधार कार्ड लावारिस हालत में पड़े हुए हैं. जिन्हें लेने के लिए उनके मालिक भी गंभीर नहीं हैं.
गारंटी के तौर पर आधार होता है जमा: इंदौर के एमवाय अस्पताल की ओपीडी में जो मरीज प्रतिदिन आते हैं, उनके लिए यहां पर व्हीलचेयर और स्टेचर की व्यवस्था सामाजिक संस्था के सहयोग से की जाती है. ओपीडी परिसर में 120 व्हीलचेयर और स्टेचर की व्यवस्था यहां पर तैनात चेतन वर्मा के हवाले हैं. चेतन जिस किसी मरीज को व्हीलचेयर या स्टेचर की आवश्यकता होती है, वह निशुल्क प्रदान करते हैं. लेकिन संबंधित व्हीलचेयर मरीज का अटेंडर उन्हें जिम्मेदारी के साथ वापस लौटा सके, इसके लिए वे गारंटी के तौर पर मरीज के अटेंडर का आधार कार्ड जमा कराते हैं.
बिना आधार लिए चले जाते हैं अटेंडर: मरीज को दिखाने के बाद अटेंडर व्हीलचेयर को परिसर में छोड़कर अपना आधार कार्ड लिए बिना ही घर लौट जाते हैं. एमवाय अस्पताल के ओपीडी में यह स्थिति महीनों से चल रही है, नतीजतन ओपीडी में चेतन वर्मा के पास अब हजारों की संख्या में आधार कार्ड एकत्र हो चुके हैं. जिन्हें वापस लेने के लिए उनके मालिक भी गंभीर नहीं है. इन आधार कार्डों में अधिकांश आधार कार्ड ओरिजिनल है, इन आधार कार्ड पर आवेदकों के जो फोन नंबर लिखे हैं, चेतन वर्मा उन्हें भी फोन लगा लगा कर हार चुके हैं.