इंदौर।दुनिया भर में फैले कोरोना संक्रमण का अभी तक कोई इलाज नहीं मिल पाया है, ऐसे में वैक्सीन के अलावा लोग अन्य विकल्पों पर ध्यान दे रहे हैं, इन्हीं में से एक है आयुर्वेद, जिसकी मांग लगातार देश में बढ़ रही है. कोरोना संक्रमण काल में आयुर्वेदिक औषधियों की मांग बढ़ने पर अब इंदौर नगर निगम भी अपनी नर्सरी में औषधीय पौधे तैयार कर रहा है. आने वाले मानसून में नगर निगम के पास ऐसे हजारों पौधे तैयार होंगे, जो कि कैंसर, हाइ ब्लड प्रेशर, सर्दी और सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाने के साथ ही इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करेंगे. कोरोना काल में नगर निगम के पास इन पौधों की मांग लगातार बढ़ रही है. इस लिए जो पौधे बाजार में महंगे बिकते हैं, उन्हें अब नगर निगम मुक्त में उपलब्ध कराएगा.
इंदौर नगर निगम की नर्सरी में अभी तक सिर्फ फूल और सुंदर पौधे तैयार किए जाते थे, लेकिन इस बार नगर निगम की नर्सरी में औषधियों के पौधे भी तैयार किए जाएंगे. कोरोना संक्रमण के दौरान इंदौर नगर निगम की नर्सरी में कई लोग ऐसे पौधों की तलाश में पहुंचे थे, लेकिन बड़ी संख्या में नगर निगम के पास ऐसे पौधे मौजूद नहीं थे. इसलिए अब नगर निगम आयुर्वेदिक डॉक्टरों से परामर्श लेकर अपनी नर्सरी में उन पौधों को तैयार कर रहा है जो कि स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं. इन पौधों में गिलोय, आंवला, तुलसी जैसे पौधे भी शामिल हैं.
छतों पर भी लगाए जा सकते हैं पौधे
नगर निगम के उद्यान प्रभारी कैलाश शर्मा ने बताया कि शहरों में जगह की समस्या कई लोगों के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है, ऐसे में नगर निगम लोगों को छतों पर लगने वाले औषधि पौधे भी उपलब्ध कराएगा और साथ ही इनके बारे में जानकारी भी देगा. कैलाश शर्मा ने बताया की लोग आसानी से काली हल्दी, तुलसी और गिलोय के पौधे अपने घरों की छत पर भी लगा सकते हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले मानसून में नगर निगम का यह प्रयास रहेगा कि शहर में अधिक से अधिक औषधीय पौधे लगाए जा सकें.