इंदौर। भारतीय प्रबंधन संस्थान इंदौर (आईआईएम इंदौर) का उद्देश्य विश्व स्तरीय शिक्षाविद और प्रासंगिक पाठ्यक्रम प्रदान करना है. वहीं संयुक्त अरब अमीरात अपने उच्च स्तरीय विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों के लिए जाना जाता है. ये संस्थान सुदृढ़ पाठ्यक्रम तैयार करते हैं.और छात्र उन्मुख शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हैं. भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच अकादमिक संबंधों को मजबूत करने के लिए आईआईएम इंदौर ने अबुधाबी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एडीएसएम संयुक्त अरब अमीरात के साथ समझौता किया है. समझौता ज्ञापन पर आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमाँशु राय और एडीएसएम के प्रेसिडेंट प्रो अब्दुल्ला अल क्वाफी अबोनामा ने हस्ताक्षर किए. (Indore signs MoU Abu Dhabi School of Management)
IIM इंदौर ने AIGGPA के साथ किया एमओयू, सार्वजनिक नीति को बढ़ावा देना है उद्देश्य
व्याख्यान सम्मेलन और कार्यशालाओं का होगा आयोजनः आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो हिमांशु राय ने कहा हमारी योजना संयुक्त कार्यक्रमों और दोहरे डिग्री पाठ्यक्रमों की पेशकश करने की है.जो संयुक्त अरब अमीरात के शिक्षा मंत्रालय अकादमिक प्रत्यायन आयोग के अधीन होंगे इस एमओयू के अंतर्गत फैकल्टी और स्टूडेंट एक्सचेंज जॉइंट रिसर्च को प्रोत्साहित करने वाली गतिविधियां, प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए शैक्षिक डेटा का आदान प्रदान और व्याख्यान सम्मेलन और कार्यशालाओं का आयोजन करना शामिल है. (Indore IIM signs MoU with Abu Dhabi School)
अकादमिक कर्मचारियों और छात्रों के आदान-प्रदान को मिलेगा बढ़ावाःप्रोफेसर अब्दुल्ला अल क्वाफी अबोनमा ने आईआईएम इंदौर के साथ किये एमओयू पर कहा कि इस साझेदारी से दोनों संस्थानों को अनुसंधान, शिक्षा और अंतरराष्ट्रीय सहयोग में पर्याप्त उपलब्धियों से पारस्परिक रूप से लाभ उठाने में मदद मिलेगी. हमारा दृढ़ विश्वास है कि आईआईएम इंदौर के साथ हमारी भागीदारी सहयोगी अनुसंधान के अवसर को और बढ़ाएगी. इसके अलावा अकादमिक कर्मचारियों और छात्रों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देगी और प्रोत्साहित करेगी. (Indore IIM signs MoU)