इंदौर। विजय नगर थाना क्षेत्र के स्वर्ण बाग में मौजूद बिल्डिंग में अचानक से आगजनी की घटना सामने आई. तीन मंजिला इस बिल्डिंग में ग्राउंड, फर्स्ट, सेकंड और थर्ड फ्लोर पर किराए पर देने के लिए फ्लैट बने हुए हैं. जिनका किराया तकरीबन चार से पांच हजार रुपये लिया जा रहा था, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था का कोई इंतजाम नहीं था. जिसके कारण आगजनी की घटना में एक साथ इतने लोगों की मौत हो गई और कुछ लोग घायल हो गए. ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने से हुई और तीन से चार लोगों की मौक आग की चपेट में आने के कारण हुई.
हादसे के वक्त बाहर नहीं निकल पाए लोग: आगजनी की घटना में 7 लोगों की मौत हो गई और 5 से अधिक लोग घायल हुए हैं. मृतकों में ईश्वर सिंह सिसोदिया, उनकी पत्नी नीतू सिसोदिया, आशीष, गौरव, आकांक्षा, देवेंद्र और समीर शामिल हैं. वहीं आगजनी की घटना में घायल हुए फिरोज, मुनीरा, विशाल, अरशद और सोनाली शामिल हैं, जिनका इलाज निजी हॉस्पिटल में किया जा रहा है. आगजनी की घटना के समय फ्लैट में रहने वाले लोगों को बाहर निकलने की जगह नहीं मिली, जिसके कारण 7 लोगों की मौत हो गई और कुछ लोग घायल हो गए.
दम घुटने से मौत: पुलिस के द्वारा आगजनी की घटना में मृत हुए लोगों का पोस्टमार्टम कराया गया. जिसमें प्रारंभिक रिपोर्ट में ईश्वर और उनकी पत्नी नीतू की दम घुटने के कारण मौत हुई है. यह दोनों पति-पत्नी आग की चपेट में नहीं आए, चूंकि इनका कमरा मल्टी में ग्राउंड फ्लोर पर ही था. आगजनी के कारण जो धुआं उठा, वह इनके फ्लेट में घुस गया, जिसके कारण इनकी दम घुटने से मौत हो गई. वहीं गौरव की भी दम घुटने के कारण मौत होना बताया जा रहा है, साथ ही देवेंद्र और समीर की भी दम घुटने से मौत होने की जानकारी सामने आई है. देवेंद्र, समीर और गौरव पोस्टमार्टम होना बाकी है. अतः पोस्टमार्टम होने के बाद ही इनकी मौत के कारणों का खुलासा होगा. आकांक्षा और आशीष की जलने के कारण मौत हुई है.