इंदौर। बढ़ते अपराध के ग्राफ को रोकने के लिए इंदौर में कमिश्नर सिस्टम (Indore commissioner system ) लागू किया गया. लेकिन कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद भी अपराध के ग्राफ में कमी नहीं आ रही. इसी को देखते हुए इंदौर पुलिस कमिश्नर ने डीसीपी को निर्देश दिए हैं कि, वह अपने थाना क्षेत्र के शिकायतकर्ताओं से थाने के आवेदन के बारे में जानकारी लें और बकायदा शिकायतकर्ताओं को फोन लगाकर फीड बैक लेना शुरू करें. (Indore DCP Rakesh Singh calling complainants taking feedback)
अपराध के ग्राफ को रोकने की कोशिश में जुटे डीसीपी डीसीपी ने लिया फीडबैक: पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद से पुलिस शिकायतकर्ताओं की शिकायत का निराकरण करने के लिए अलग-अलग तरह के उपाय किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में डीसीपी राकेश सिंह (Indore DCP Rakesh Singh) अपने जोन के समस्त थानों के शिकायतकर्ताओं को फोन लगाकर शिकायत में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की जानकीरी ले रहे हैं. ( Crime graph mp)
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कारण बताओ नोटिस जारी:इस दौरान कई शिकायतकर्ताओं ने डीसीपी को पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल खड़े किए तो कई शिकायतकर्ताओं का कहना था कि, आवेदन को 10 दिन से अधिक का समय बीत चुका है. लेकिन पुलिसकर्मियों ने अभी तक किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की है. डीसीपी ने शिकायत मिलने के बाद संबंधित पुलिस अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जबाव मांगा है.
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कर्मचारियों पर हो सकती है कार्रवाई: फिलहाल एक जोन के डीसीपी ने जिस तरह से अनूठी पहल की शुरुआत की है. आने वाले दिनों में अन्य जोन के भी डीजीपी इसी तरह से शिकायतकर्ताओं को फोन लगाकर फीडबैक ले सकते हैं. फिर जिस तरह का फीडबैक मिलेगा उस आधार पर संबंधित थाना प्रभारी के साथ अधीनस्थ कर्मचारियों पर कार्रवाई की जा सकती है.