इंदौर। गुना में पुलिसकर्मियों पर अंधाधुंध फायरिंग करने वाले अपराधियों के एक के बाद एक हो रहे एनकाउंटर पर सवाल उठ रहे हैं. हालांकि राज्य शासन ने स्पष्ट किया है कि पुलिस पर गोलीबारी करने वाले अपराधियों को पहले ही आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दी गई थी, इसके बावजूद यदि वे पुलिस पर फायरिंग कर रहे हैं तो यह कतई ठीक नहीं है.
एनकाउंटर पर कांग्रेस ने उठाए सवाल: गुना के आरोन थाना क्षेत्र में वन्य प्राणियों का शिकार और तीन पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी बताए जाने वाले छोटू पठान उर्फ जहीर को मंगलवार को ही पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था. बताया जा रहा था कि छोटू पठान राजस्थान भागने की फिराक में था, लेकिन घेराबंदी कर उसका भी एनकाउंटर कर दिया गया. एक के बाद एक करके गुना में पुलिस अधिकारियों की हत्या में शामिल तीन आरोपियों के एनकाउंटर पर कांग्रेस ने सवाल उठाए थे. इस मामले पर जवाब देते हुए प्रदेश के गृहमंत्री ने कहा, किसी भी अपराधी का पुलिस पर गोलीबारी अथवा फायरिंग करना कतई ठीक नहीं है.
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शादी समारोह में मांस के लिए शिकारियों ने किया शिकार: नरोत्तम मिश्रा ने कहा, इस मामले में दो अन्य आरोपी फरार हैं, जबकि इन लोगों का पुलिस पर हमले के कारण एनकाउंटर करना पड़ा है. उन्होंने बताया 14 मई को तड़के तीन पुलिसकर्मियों राज कुमार जाटव, नीरज भार्गव और संत राम मीणा की हत्या करने वाले नौशाद और शाहबाज का पहले ही एनकाउंटर किया जा चुका है. जबकि अन्य दो आरोपी जिया खान और शाहरुख खान को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा कुल 4 आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है. बताया जाता है कि नौशाद खान के परिवार में एक शादी समारोह के लिए शिकारियों ने मांस के लिए काले हिरण का शिकार किया था.