इंदौर।मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 और इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का चिंतन शुरू हो गया है. कांग्रेस चुनाव से जुड़े मुद्दों पर राजस्थान के उदयपुर में चिंतन शिविर कर रही है. लंबे समय बाद एक्टिव नजर आ रही कांग्रेस पार्टी अब चिंतन शिविर (Congress party chintan shivir in Udaipur) में राष्ट्रीय मुद्दों के साथ स्थानीय मुद्दों को पर भी मंथन करेगी. इस मंथन शिविर के लिए जो कमेटी बनाई गई है, इसमें एमपी के नेता अरुण यादव (arun yadev) को भी जगह दी गई है. अरुण यादव अपने पिता सुभाष यादव की तरह कृषि एवं सहकारिता के विशेषज्ञ माने जाते हैं. लिहाजा पार्टी ने ओबीसी चेहरे के साथ उनके कृषि संबंधी अनुभव को चिंतन शिविर में प्राथमिकता देने का फैसला किया है.
कई कमेटियों का गठन: राजस्थान के उदयपुर में 13 से 15 मई तक कांग्रेस पार्टी का चिंतन शिविर होने जा रहा है. इस शिविर में कांग्रेस 2023 के विधानसभा चुनाव के साथ 2024 में यूपीए को फिर सत्ता में लाने की कवायद में जुटी है. इस आयोजन को लेकर विपक्ष के एकजुट होने की दिशा में बड़ा कार्यक्रम माना जा रहा है. पार्टी की आलाकमान सोनिया गांधी ने नेताओं की 6 समिति बनाई है. चिंतन शिविर में खेती किसानी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महंगाई से जुड़े मुद्दों को लेकर अलग-अलग कमेटियों का गठन किया गया है. खेती और किसानों के मुद्दे पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए भी एक कमेटी बनायी गयी है. इसमें मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेता अरुण यादव को शामिल किया गया है. कमेटी में छत्तीसगढ़ के टी एस सिंह देव, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर नाना पटोले, पंजाब नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा को शामिल किया गया है.
उदयपुर से कांग्रेस का होगा 'उदय', अरुण यादव के सियासी कद बढ़ने के मिलने लगे संकेत
राजनीति में सक्रिय:अरुण यादव बीते कुछ दिनों से लगातार सक्रिय नजर आ रहे हैं. बुंदेलखंड, ग्वालियर चंबल से लेकर मालवा निमाड़ में भी अरुण यादव दौरा कर किसानों के बीच पहुंच रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस के चिंतन शिविर में अरुण यादव के सुझावों पर पार्टी आगामी रणनीति तय करेगी.