इंदौर। 12 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में सीबीआई की टीम ने इंदौर स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की कई ब्रांच पर दबिश दी. यहांं कई घंटों तक चली सर्चिंग के बाद टीम अपने साथ कई दस्तावेज भी जब्त करके ले गई है. भोपाल से आई सीबीआई की टीम इस पूरे मामले की जांच कर रही है जिसमें यूनियन बैंक के ही डिप्टी जनरल मैनेजर कुमार राहुल ने 12 करोड़ के घोटाले की शिकायत की थी. सीबीआई प्रकरण दर्ज होने के बाद आरोपियों पर भी अप्रैल में ही सर्चिंग कर चुकी है. हालांकि जमानती मामला होने के कारण उन्हें नोटिस देकर छोड़ दिया गया था.
12 करोड़ के लोन घोटाले का मामला, जांच करने इंदौर पहुंची CBI की टीम, कई दस्तावेज जब्त किए
सीबीआई की टीम ने इंदौर स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की कई ब्रांच पर दबिश दी. यहांं कई घंटों तक चली सर्चिंग के बाद टीम अपने साथ कई दस्तावेज भी जब्त करके ले गई है.
2018-19 के बीच हुआ 12 करोड़ का घोटाला:सीबीआई की टीम ने शनिवार को इंदौर स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की विभिन्न ब्रांच पर दबिश दी. सबसे पहले टीम यूनियन बैंक के आरएनटी मार्ग पर पहुंची और यहां पर तफ्तीश करने के बाद टीम ने उषा गंज छावनी स्थित कार्यालय पर भी दबिश दी. वहां से टीम कई दस्तावेज अपने साथ ले गई है. सीबीआई की टीम जिस मामले में छानबीन कर रही है उसकी शिकायत खुद यूनियन बैंक के डिप्टी जनरल मैनेजर कुमार राहुल ने 30 अप्रैल 2022 को बैंक में 12 करोड़ के घोटाले की शिकायत दर्ज कराई थी. मैनेजर के मुताबिक यह घोटाला साल 2018 से 19 के बीच हुआ. इस पूरे मामले में सीबीआई की टीम ने जांच पड़ताल करते हुए प्रमोद बंसल प्रभात ट्रेडिंग कंपनी और पार्टनर ओम प्रकाश बंसल, वेदांत पिता विनोद कुमार बंसल पार्टनर इजी प्राइस और तारा देवी बंसल को आरोपी बनाया है. इन सभी आरोपियों के बैंक अकाउंट आरएनटी मार्ग ब्रांच में थे.
आरोपियों पर गबन का आरोप: इंदौर पहुंची सीबीआई की टीम ने सभी आरोपियों से जुड़े विभिन्न तरह के दस्तावेज बैंकों से जब्त किए हैं. माना जा रहा है कि इन दस्तावेजों के माध्यम से ही बैंक में गबन किया था. फ़िलहाल पूरे मामले में सीबीआई ने संबंधित लोगों पर प्रकरण दर्ज कर लिया है. टीम अपने साथ जब्त किए गए दस्तावेज भी ले गई है.