ग्वालियर। निर्माणाधीन एक हजार बिस्तर वाले अस्पताल में बाहर से लाए गए मजदूर एक बार फिर से परेशानी का सबब बन सकते हैं, लेकिन यह मजदूर कब कहां से यहां आए, उनका स्वास्थ्य परीक्षण हुआ, इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के पास कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है. इससे पहले बिहार से कुछ मजदूर अस्पताल के निर्माण के लिए यहां लाए गए थे, लेकिन वे भी यहां संक्रमित हो गए थे. उसके बाद अस्पताल के निर्माण में लगे अन्य मजदूरों ने उनके साथ काम करने से इंकार कर दिया था. बाद में यह मजदूर किसी तरह यहां से बिहार चले गए.
बिना कोरोना टेस्ट के केरल से ग्वालियर पहुंचे 200 मजदूर, बढ़ा संक्रमण का खतरा
एक हजार बिस्तर वाले निर्माणाधीन अस्पताल के लिए केरल से 200 सौ मजदूर ग्वालियर लाए गए हैं. लिहाजा एक बार फिर परेशानी बढ़ सकती है, क्योंकि अभी तक किसी भी मजदूर की कोरोना जांच नहीं हुई है. इस बारे में स्वास्थ्य विभाग को कोई जानकारी ही नहीं है. पढ़िए पूरी खबर...
अस्पताल के काम के लिए एक बार फिर ठेकेदार ने केरल से मजदूरों को बुलाया है. जिसमें अभी हाल ही में केरला से करीब 180 मजदूर बुलवाए गए हैं, लेकिन इन मजदूरों का ना तो स्वास्थ्य परीक्षण हुआ और ना ही उन्होंने केरल का कोई अपना स्वास्थ्य प्रमाण पत्र पेश किया है. यदि कुछ मजदूर संक्रमित निकले तो वहां काम कर रहे अन्य मजदूर भी संक्रमित होने की आशंका है.
खास बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग की जानकारी में भी यह मामला अभी तक नहीं आया है. जब इस बारे में मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीके गुप्ता से इस बात की जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि ऐसा कोई मामला उनके संज्ञान में अभी तक नहीं आया है. अगर ऐसा है तो तुरंत मौके पर कोरोना टीम भेज कर सभी मजदूरों का परीक्षण किया जाएगा.