ग्वालियर। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने फिर से CAA पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी नागरिकता संशोधन एक्ट पर अपना रुख स्पष्ट कर चुकी है. साथ ही उनका कहना है कि कांग्रेस राजनीतिक तौर पर इसका विरोध नहीं, बल्कि संवैधानिक और नैतिक आधार पर इसका विरोध किया जा रहा है. क्योंकि संविधान में कोई भी निर्णय धर्म के आधार पर नहीं लिया जा सकता.
संवैधानिक और नैतिक आधार पर CAA का विरोध कर रही हैं कांग्रेसः सुरेश पचौरी
कांग्रेस ने CAA पर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है, ये कहना है पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी का. ग्वालियर पहुंचे पचौरी ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जारी कांग्रेस का विरोध राजनीतिक नहीं है.
सुरेश पचौरी ने कहा कि, इस तरह के निर्णय संवैधानिक दृष्टि से ठीक नहीं हैं, लेकिन केंद्र सरकार इस बिल के लिए जो फैसला लिया है वो ठीक नहीं है. पचौरी का ये भी कहना है कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को दरकिनार करके ये फैसला लिया है. जो उचित नहीं है. यही वजह है कि देश के अन्य राज्यों ने इस कानून को लागू करने से मना कर दिया है. उन्होंने कहा कि इस कानून का देश के अलग-अलग राज्यों में विरोध किया जा रहा है. तो इससे साफ होता है कि इस कानून में कुछ ना कुछ गलत होगा.
सावरकर विवाद पर कांग्रेस नेता चौधरी राकेश सिंह ने दी प्रतिक्रिया
सुरेश पचौरी के साथ पहुंचे कांग्रेस नेता चौधरी राकेश सिंह ने मध्य प्रदेश की सियासत में सावरकर को लेकर चल रहे विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति के दो किरदार होते हैं. अगर वह अच्छा करता है, तो उस को सम्मान मिलना चाहिए. लेकिन यदि कोई गलत बात होती है तो वो भी स्वीकार करनी चाहिए. यही कुछ सावरकर के साथ हुआ है. वे स्वतंत्रता संग्राम के लिए जेल में रहे, लेकिन इसी आंदोलन के लिए अंग्रेजों से माफी भी मांगी. जबकि कोई भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी किसी पार्टी का नहीं होता है, इसलिए बीजेपी को उन्हें अपना कहने का कोई अधिकार नहीं है.