मुरैना। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के ग्वालियर चंबल अंचल के दौरे से सियासी पारा चढ़ा हुआ है. बीजेपी उनके स्वागत में पलक पांवड़े बिछाकर तैयार है. तो कांग्रेस उनके दौरे की चमक को कम करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. आज सिंधिया का दौरा है. बीजेपी करीब 750 जगह उनका स्वागत सत्कार (Welcome Scindia) करेगी, तो आज ही कांग्रेस जन आक्रोश रैली (Congress Jan akrosh rally)निकालेगी. कांग्रेस ये संदेश देना चाहती है कि सिंधिया के बिना भी अंचल में कांग्रेस के जोर में कमी नहीं आई है.
ग्वालियर-चंबल में सिंधिया के दबदबे को कांग्रेस की चुनौती
कांग्रेस भी कम नहीं: सिंधिया के विरोध में नहीं, कांग्रेस नेता के सम्मान में है आक्रोश रैली सिंधिया के ग्वालियर चंबल अंचल (Jyotiraditya Scindia) के दौरे पर आ रहे सिंधिया समर्थक उनके स्वागत में पूरी ताकत झोंकने में लगे हैं, तो कांग्रेस उन्हें आईना दिखाने की कोशिश कर रही है. टाइमिंग ऐसी है कि एक तरफ सिंधिया का स्वागत हो रहा होगा, तो दूसरी तरफ कांग्रेस सरकार की तथाकथित जन विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रही होगी. कांग्रेस ये बताने की कोशिश कर रही है कि (Congress Jan akrosh rally) ग्वालियर चंबल अंचल में पार्टी ज्योतिरादित्या सिंधिया के भरोसे नहीं थी और ना है.
750 से ज्यादा जगहों पर होगा सिंधिया का स्वागत
सिंधिया दौरे पर कांग्रेस का वार, कहीं कोरोना welcome ना हो जाए कांग्रेस के इस दावे पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने खासी चुटकी ली है. बीजेपी का कहना है कि ग्वालियर चंबल अंचल में सिंधिया जी एक हस्ती हैं. उनके आभामंडल के सामने कांग्रेस की कोई बिसात नहीं हैं. रही बात सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के दौरे की चमक को कम करने की, तो कांग्रेस 4 दिन में जितने कार्यक्रम और झंडा बैनर पोस्टर नहीं लगवा पाएगी. उससे ज्यादा सिंधिया के एक कार्यक्रम में दिख जाएंगे. चंबल नदी से ग्वालियर तक 750 से ज्यादा जगहों पर उनका स्वागत होगा. ग्वालियर शहर में ही करीब 200 से ज्यादा जगहों पर उनका वेल्कम (Welcome Scindia) होगा. बीजेपी नेताओं ने बताया कि मध्य प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही चंबल नदी के राजघाट पुल से सिंधिया का स्वागत शुरू हो जाएगा. 'सिंधिया के विरोध में नहीं, सज्जन सिंह के समर्थन में है कार्यक्रम'
'महाराज' के सामने कांग्रेस की क्या बिसात, उत्साहित बीजेपी की खरी खरी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव जसवीर सिंह गोरैया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सिंधिया के कार्यक्रम के विरोध में कोई कोई शक्ति प्रदर्शन नहीं कर रही है. कांग्रेस की परंपरा है कि ग्वालियर चंबल अंचल में जब भी कोई नेता आता है तो पूरे जोश और उत्साह के साथ कार्यकर्ता अपने नेता का स्वागत करते हैं. पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा (Sajjan Singh Verma) लंबे समय के बाद मुरैना आ रहे हैं. इसलिए कांग्रेस कार्यकर्ता चंबल की परंपरा के अनुसार पूरे गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत करना चाहता हैं. यहां सिंधिया खानदान को चुनौती देना आसान नहीं
सिंधिया दमदार हैं, लेकिन कांग्रेस खत्म नहीं हुई चंबल अंचल में सिर्फ ज्योतिरादित्य सिंधिया का ही नाम नहीं है, सिंधिया खानदान (Scindia Dyansty) का यहां पर अच्छा खासा वजूद रहा है. वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक मामलों के जानकार बृजेश शर्मा ने बताया कि चाहे वो राजमाता विजयराजे सिंधिया का राजनीतिक सफर हो या फिर इनके पिता माधवराव सिंधिया का राजनीतिक जीवन. सिंधिया परिवरा का यहां हमेशा से बोलबाला रहा है. लेकिन समय-समय पर कांग्रेस भी यह साबित करती रही है कि अंचल में केवल सिंधिया खानदान की वजह से ही कांग्रेस का अस्तित्व नहीं था. उपचुनाव में कांग्रेस ने सीटें जीतकर यह साबित कर दिया कि कांग्रेस भी यहां अपना एक वजूद रखती है.
'सिंधिया आएंगे, कोरोना फैलाएंगे'
इधर, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने आरोप लगाया है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को कोरोना(Corona) फैलाने की परमिशन मिली है. उनका आरोप है कि बीजेपी के दोहरे मापदंड हैं. ग्वालियर में पंजाबियों के गुरु दाता बंदी के कार्यक्रमों की अनुमति नहीं दी. धार्मिक कार्यक्रमों की इजाजत नहीं है, लेकिन सिंधिया के रोड शो के लिए हां कैसे कर दी.
'कांग्रेस के आरोपों में दम नहीं'
सज्जन सिंह वर्मा के आरोपों से बीजेपी इत्तेफाक नहीं रखती. सिंधिया के दौरे पर परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत (Transport Minister Govind Singh Rajput)ने कहा, कि ये उनका घर है. बीजेपी ने महाराज को सम्मान दिया है. कैबिनेट मंत्री बनने के बाद वे पहली बार ग्वालियर आ रहे हैं. उनके चाहने वाले स्वागत करने के लिए आ रहे हैं. कांग्रेस कुछ भी आरोप लगाती रहे, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. जनता सिंधिया जी का दिल से सम्मान करती है तो स्वागत भी करेगी.