ग्वालियर। दिल्ली के बाद अब ग्वालियर में भी एक राजपथ रोड बनने जा रही है. केन्द्रीय मंत्री सिंधिया के महल के ठीक सामने ये सड़क बन रही है. बताया जा रहा है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ये रोड बन रही है. इस पर 300 करोड़ रुपए खर्चे होंगे . (rajpath of 300 crores in front of scindia house)लेकिन इस राजपथ में रोड़े आने लगे हैं. कांग्रेस का आरोप है कि एक नेता को खुश करने के लिए जनता की गाढ़ी कमाई बर्बाद हो रही है.
सिंधिया के महल के सामने 300 करोड़ में बन रहा राजपथ
दिल्ली में राष्ट्रपति भवन की ओर जाने वाले मार्ग का नाम राजपथ है. अब ग्वालियर में भी राजपथ रोड बन रही है. ये रोड सिंधिया महल के ठीक सामने से गुजरती है. इस सड़क पर सिंधिया राजघराने की छतरी के साथ-साथ उनकी कुलदेवी का मंदिर और अन्य इमारते हैं. इस रोड का ठेका स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में किसी बाहरी कंपनी को दिया है. इस रोड का बजट लगभग 300 करोड़ रुपए से ज्यादा बताया जा रहा है. लोग सवाल उठा रहे हैं कि 1 किलोमीटर की सड़क पर 300 करोड़ रुपए खर्च करने का क्या तुक है. लेकिन स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अफसर इसका कोई जवाब नहीं दे पा रहे हैं.
सिंधिया पैलेस के सामने बनेगा राजपथ, बाकी सड़कों के लिए नहीं बचेगा पैसा! जनता की कमाई का दुरुपयोग-कांग्रेस
कुछ साल पहले ही करोड़ों रुपए खर्च करके इस रोड को डेवलप किया गया था. अब इसे फिर से तोड़कर 300 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं. कांग्रेस का आरोप है कि ये जनता की गाढ़ी कमाई का दुरुपयोग है. बीजेपी के सांसद विवेक नारायण शेजवलकर भी कह रहे हैं(congress allegation corruption rajpath कि इस रोड का किसके कहने पर ये नाम रखा गया, यह समझ से परे है. कांग्रेस का आरोप है सिर्फ सिंधिया को खुश करने के लिए ही एक किलोमीटर की सड़क पर 300 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं. इतने पैसों में तो शहर की बाकी सड़कें चमक सकती हैं.
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'राजपथ' या भ्रष्टाचार की सड़क
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता आरपी सिंह का कहना है कि ग्वालियर स्मार्ट सिटी इस समय भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी हुई है. यही वजह है कि इससे बचने के लिए अब वह सिंधिया महल का विकास करने में लगी हुई है. इस रोड पर इतना पैसा खर्च करने से शहर की जनता को कितना लाभ होगा, (scindia gwalior palace road corruption)ये समझ से परे है. इतने पैसों में शहर की सभी सड़कें चमक सकती हैं. जिस सड़क को 100 करोड़ रुपए में बनाया जा सकता था, उसे 300 करोड़ रुपए में बनाया जा रहा है. कांग्रेस का आरोप है कि यह सीधा सीधा भ्रष्टाचार की ओर इशारा कर रहा है.