ग्वालियर। गुरुवार को पड़ाव स्थित रेलवे ओवर ब्रिज यानी आरओबी का लोकार्पण किया गया. रेलवे से एनओसी ना मिलने के कारण कार्यक्रम को टाल दिया गया था. गुरुवार को ग्वालियर कलेक्टर और एसपी ने इस पुल का बारीकी से मुआयना किया और लोगों के लिए पुल को शुरु किया.
पिछले दिनों प्रदेश सरकार के खजाने से बने इस पुल को एक तरफ शुरू करने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के हाथों कांग्रेस ने लोकार्पण कार्यक्रम रखा था. लेकिन से एनओसी ना मिलने के कारण कार्यक्रम को टाल दिया गया था.
रेलवे ओवर ब्रिज की हुई शुरुआत तीन साल पहले गांधी रोड को सिंधिया कन्या विद्यालय से जोड़ने वाले इस पड़ाव रेलवे ओवर ब्रिज की शुरुआत हुई थी. 50 साल पुराना पड़ाव पुल पर अत्यधिक यातायात के चलते चक्काजाम की स्थिति बनी रहती है. इस कारण दूसरे पुल की जरूरत लंबे अरसे से महसूस की जा रही थी.
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने इस पुल का भूमि पूजन किया था. बीजेपी ने इस पुल का श्रेय लेने की कोशिश की थी. इसलिए पुल के बनने के बावजूद उद्घाटन टलता रहा. इसी बीच आचार संहिता जारी हो गई, जिला प्रशासन ने रेलवे की एनओसी मिलने के बाद गुरुवार को पुल का लोकार्पण किया.
ग्वालियर एसपी का कहना है कि पुल का दूसरा मार्ग एक महीने में पूरा हो जाएगा, तब उसे भी आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा. इस पुल की लागत 49 करोड़ से ज्यादा आई है. रेलवे स्टेशन के नजदीक बने पड़ाव रेलवे ओवर ब्रिज का रेलवे की पटरी के ऊपर वाला हिस्सा रेलवे ने बनाया है, जबकि राज्य सरकार ने इसके लिए राशि जारी की है.