ग्वालियर। शहर में ट्रैफिक जाम को खत्म करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं. बावजूद इसके शहर के कई इलाके ऐसे हैं, जहां पर घंटे भर जाम लगा रहता है. और इसका सबसे बड़ा कारण यह देखने को मिल रहा है कि वाहन चालक बाजार में बनी पार्किंग में वाहन खड़े करने की बजाय पार्किंग के बाहर या आस-पास सड़क के किनारे अपने वाहन को खड़ा कर रहे हैं, जिससे शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या जस की तस बनी हुई है. इस कारण लोगों का समय तो बर्बाद हो रहा है साथ ही इसका असर उनकी डेली लाइफ को भी प्रभावित कर रहा है.
16 करोड़ की पार्किंग बनने के बाद भी हालत तंग ग्वालियर में कई चौराहे और ऐसे हैं, जहां घंटों ट्रैफिक जाम लगा रहता है. ऐसी जगह जहां पर ट्रैफिक जाम लगा रहता है. ग्वालियर शहर ऐसा स्थान जहां पर सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम लगा रहता है, जिसमें ग्वालियर का हृदय स्थल महाराज बाड़ा को माना जाता है और इस जगह सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम रहता है, क्योंकि यहां पर हाथ ठेले और फुटपाथ पर सामान बेचने वालों की संख्या अधिक है, और यह लोग सड़क किनारे बैठे रहते हैं, जिस कारण वहां पर ट्रैफिक जाम की समस्या सबसे अधिक रहती है.
ग्वालियर शहर में इन जगह पर होता है सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम
महाराज बाड़ा
ग्वालियर शहर का हृदय स्थल कहे जाने वाले महाराज बाड़ा पर सबसे अधिक ट्रैफिक जाम होता है और इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि यहां पर सड़क किनारे हाथ ठेले और फुटपाथ पर बैठने वाले लोगों की संख्या अधिक है. वहीं इस इलाके में सभी प्रकार की दुकानें हैं, इस वजह से यहां सबसे अधिक भीड़ रहती है.
इंदरगंज चौराहा
इंदरगंज चौराहे पर भी सबसे अधिक ट्रैफिक जाम की समस्या रहती है, क्योंकि यहां पर जिला कोर्ट के कारण लोगों का आवागमन सबसे ज्यादा रहता है. इस वजह से यहां पर ट्रैफिक जाम की समस्या बनी रहती है.
सराफा बाजार
सराफा बाजार एक बड़ा बाजार है और यहां पर ग्वालियर चंबल अंचल से लोग ज्वेलरी खरीदने के लिए आते हैं यही वजह है कि यहां पर अक्सर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी होती है. यह सराफा बाजार का रोड वनवे है, लेकिन इसके बावजूद भी लोग गलत रूट पर चलते नजर आते हैं.
दौलतगंज और लोहा मंडी
इन दोनों इलाकों में सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है. यहां सबसे ज्यादा लोडिंग वाहन खड़े होना ट्रैफिक जाम का मुख्य कारण है. इस इलाके में लोगों को हर रोज ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है.
मुरार इलाका
ग्वालियर शहर का सबसे पुराना मुरार इलाका है और यही वजह है कि यहां पर सड़क सकरी है, यही सड़कें ट्रैफिक जाम का मुख्य कारण हैं. यहां पर आए दिन ट्रैफिक जाम की समस्या रहती है. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि वाहन चालक अपने वाहन को रोड पर ही खड़े करते हैं.
शहर में 16 करोड़ की बनी है पजल पार्किंग
शहर के मुख्य बाजारों में ट्रैफिक जाम की व्यवस्था को सुधारने के लिए 16 करोड़ों रुपए खर्च कर पार्किंग बनाई गई है. लेकिन वह खाली पड़ी हुई है. वाहन चालक अपनी गाड़ियों को सड़क पर ही पार करके निकल जाते हैं, जिसके कारण लोगों को ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है. पहली पजल पार्किंग ओल्ड हाई कोर्ट पर बनी हुई है, जिसमें 32 चार पहिया वाहनों की क्षमता है. लेकिन इसके बावजूद इस पजल पार्किंग के आस-पास चार पहिया वाहन सड़क पर खड़े रहते हैं. वहीं दूसरी जयेंद्र गंज स्थित राजीव प्लाजा की पजल पार्किंग है, जिसमें 74 चार पहिया वाहन पार्क करने की क्षमता है.
सड़कों पर वाहन पार्किंग ट्रैफिक जाम की मुख्य समस्या
शहर में जिन इलाकों में ट्रैफिक जाम रहता है उसका सबसे बड़ा कारण यह है, सड़कों पर लोग बाहर खड़ी करते हैं. लोग अपने चार पहिया और दो पहिया वाहन को सड़क पर खड़ा करते हैं. इस कारण सबसे ज्यादा ट्रैफिक की समस्या होती है. शहर के जयेंद्र गंज, ओल्ड हाई कोर्ट, नया बाजार, दाल बाजार, महाराज वाड़ा, सुभाष मार्केट, टोपी बाजार के साथ-साथ कई ऐसी जगह है, जहां पर सबसे ज्यादा सड़क पर वाहन खड़े होते हैं और यही वजह है कि यहां पर सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम होता है.
लगातार कार्रवाई न होने से आ रही है दिक्कत
इन जगहों पर पार्किंग के बाहर खड़े वाहनों पर ट्रैफिक पुलिस सख्त कार्रवाई नहीं करता और यही कारण है कि सड़क पर दिन में कई बार जाम की स्थिति बनी रहती है. साथ ही यहां पर ट्रैफिककर्मी भी अक्सर मौजूद नहीं होते, इस कारण लोग अपने वाहनों को सड़क पर ही खड़ा करके छोड़ जाते हैं. अगर लगातार इन वाहनों पर कार्रवाई होती रही तो यहां ट्रैफिक जाम के हालात सुधर सकते हैं.