सागर। मध्यप्रदेश में भरपूर वन संपदा और वन्य जीव हैं. पूरे देश में मध्यप्रदेश का वाइल्डलाइफ टूरिज्म अलग स्थान रखता है और देश के कोने-कोने से लोग यहां घूमने के लिए आते हैं. मध्यप्रदेश में अब वाइल्डलाइफ टूरिज्म के नए डेस्टिनेशन भी सामने आ रहे हैं. अगर आप कान्हा, बांधवगढ़ और पेंच जैसी जगहों के अलावा नई जगह पर घूमना चाहते हैं. तो मध्य प्रदेश के सबसे बड़े वन्य जीव अभ्यारण नौरादेही अभ्यारण्य में घूम सकते हैं. यहां आपको टाइगर की दहाड़ सुनाई देगी, तो कई तरह के प्रवासी पक्षी भी नजर आएंगे. रंग बिरंगी तितलियां आप का मन मोह लेंगी. पिछले 2 सालों में पर्यटकों की संख्या में इजाफा होने के कारण नौरादेही अभ्यारण प्रबंधन पर्यटकों के लिए कई तरह की सुविधाओं का विकास कर रहा है.
एक अक्टूबर से पर्यटकों के लिए खुलेगा नौरादेही वन्यजीव अभ्यारण: नौरादेही अभ्यारण्य मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा अभ्यारण्य है. इसका क्षेत्रफल 1197 वर्ग किलोमीटर है. यह मध्यप्रदेश के सागर, दमोह और नरसिंहपुर जिले में फैला हुआ है. पिछले कुछ सालों में नौरादेही अभ्यारण वाइल्डलाइफ टूरिज्म के नए डेस्टिनेशन के रूप में उभरा है. एक अक्टूबर से नौरादेही अभ्यारण्य पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा. पिछले 2 सालों से लगातार बढ़ रही पर्यटकों की संख्या को देखते हुए नौरादेही अभ्यारण में प्रबंधन द्वारा पर्यटकों की सुविधाओं के लिए कई विकास कार्य किए जा रहे हैं. नौरादेही अभ्यारण्य के डीएफओ सुधांशु यादव बताते हैं कि, 'पर्यटकों के बढ़ते रुझान को देखते हुए हमारी टीम प्राकृतिक और सुरक्षा व्यवस्थाओं पर काम कर रही है. हम पर्यटन के लिहाज से विशाल अभ्यारण्य के अंदर नए रूट तैयार कर रहे हैं. पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कई सुविधाएं भी विकसित कर रहे हैं'.
टाइगर के साथ तरह-तरह की पक्षी और रंग बिरंगी तितलियां: नौरादेही अभ्यारण्य के नए वाइल्डलाइफ टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में चर्चा में आने की प्रमुख वजह बाघों का नया बसेरा है. 2018 में राष्ट्रीय बाघ परियोजना के अंतर्गत एक बाघ और बाघिन को लाकर नौरादेही में बसाया गया था. महज 4 सालों में इनकी संख्या 12 पहुंच गई है. इसके अलावा नौरादेही अभयारण्य में करीब 200 किस्म के पक्षी पाए जाते हैं. जिनका अभयारण्य प्रबंधन द्वारा दो बार सर्वे भी कराया गया है. नौरादेही अभ्यारण में रंग बिरंगी तितलियों की भरमार है. अभयारण्य प्रबंधन द्वारा तितलियों का भी सर्वे कराया गया है.