भिंड।नगर पालिका के पार्षद पदों के लिए मतदान किया गया. (MP Nikay Chunav Second Phase Voting) सुबह से शांति व्यवस्था बनाने के नाम पर पुलिस द्वारा एक के बाद एक कई वार्डों के पार्षद प्रत्याशियों को जिला पंचायत सभागार में जबरन उठाकर नजरबंद किया गया. (Bhind Congress Leader Under House Arrest) दोपहर डेढ़ बजे तक जिला पंचायत में 100 से ज्यादा पार्षद प्रत्याशी ताले में बंद कर दिए गए. इनमें कांग्रेस के 70 फीसदी कैंडिडेट शामिल हैं, जबकि नजरबंद प्रत्याशियों में भाजपा के 5-7 कैंडिडेट बंद किए गए हैं.
शांति व्यवस्था के नाम पर कांग्रेस प्रत्याशी नजरबंद बेटी सहित कांग्रेस प्रत्याशी का पूरा परिवार नजरबंद:वार्ड 38 से कांग्रेस प्रत्याशी गीता देवी के पुत्र मनीष पुरोहित को भी पुलिस ने अटेर रोड से उठाया, जबकि बताया जा रहा है कि वह पोलिंग बूथ के आसपास भी नहीं थे. मनीष पुरोहित नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह के नजदीकी माने जाते हैं. उनकी माता गीता देवी वार्ड 38 से कांग्रेस प्रत्याशी हैं. ये हाल मनीष के ही नहीं बल्कि शहर के वार्ड 39 में कांग्रेस के पूर्व पार्षद मुकेश गर्ग की पत्नी और कांग्रेस प्रत्याशी कविता मुकेश गर्ग को भी पूरे परिवार के साथ पुलिस ने नजरबंद किया. इसमें उनकी 16 वर्षीय नाबालिग बेटी भी शामिल है.
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घर से वार्ड 34 के कांग्रेस प्रत्याशी नजरबंद: जिला पंचायत कार्यालय पहुंचे भिंड के वार्ड-34 से कांग्रेस प्रत्याशी मनोज जैन के बेटे ने बताया कि, उसके पिता को पुलिस उठा कर ले गई थी. अब तक नहीं छोड़ा गया है. इसलिए वह उनके लिए कुछ खाने का सामाल देने गया था. उसने बताया कि पुलिस ने मनोज जैन को सुबह घर के गेट से बाहर आते ही उठा लिया था.
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पुलिस-प्रशासन पर कांग्रेस का आरोप: पुलिस की इस कार्रवाई पर कांग्रेस के जिला प्रवक्ता डॉक्टर अनिल भारद्वाज ने बीजेपी सरकार और जिला प्रशासन पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाते हुए चुनाव प्रभावित कराने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि, भिंड कलेक्टर जिले में बीजेपी के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं. चुनाव से पूर्व कांग्रेस ने मांग रखी थी कि, भिंड कलेक्टर चुनाव के लिए अयोग्य हैं. उन्हें हटाया जाए, लेकिन बीजेपी ने अपने फायदे के लिए कांग्रेस की बात को नजर अंदाज कर दिया. ऐसे में चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठना लाजमी है.