भोपाल/ग्वालियर।मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार ने अपने हिसाब से पंचायतों का परिसीमन (delimitation for panchayat) कराया. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पंचायत चुनाव को अपने स्तर पर कराना चाहती हैं. इसका ताजा उदाहरण हाल ही के सरकार के अध्यादेश से साफ हो गया है. शिवराज सरकार ने कमलनाथ सरकार का फैसला बदल दिया है, और पंचायतों का नया परिसीमन निरस्त कर दिया है. परिसीमन निरस्त करने के पीछे की रणनीति यह है कि पुराना जो परिसीमन बीजेपी ने किया था, उसी के हिसाब से चुनाव हो सकें. वहीं कमलनाथ जब आए थे तो उन्होंने अपने हिसाब से गणित बैठाया था.
कोर्ट जा सकती है कांग्रेस
बीजेपी ने गजट नोटिफिकेशन जारी कर पुराना परिसीमन निरस्त किया है (MP Government). जिसपर अब राजनीतिक गहमागहमी भी शुरू हो गई है. ऐसा कहा जा रहा है कि अब कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती है. वहीं पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि बीजेपी मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती है, लेकिन इससे कुछ ऐसा नहीं होगा, पंचायत चुनाव (panchayat chunav) में जीत तो कांग्रेस की ही होगी.
बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी साफ कर दिया है कि जो पुराना परिसीमन था अब वही लागू होगा, और निकट भविष्य में पंचायत, जनपद और जिला पंचायतों के चुनाव इसी के आधार पर होंगे. बीजेपी के पूर्व मंत्री रामपाल सिंह का कहना है कि कांग्रेस सरकार ने परिसीमन में बहुत तोड़फोड़ किया. 15 से 20 किलोमीटर दूर के गावों को अपने हिसाब से जोड़ा गया. जिसका विरोध बीजेपी ने शुरू से किया था. भौगोलिक दृष्टि को अपने समीकरणों के लिहाज से कांग्रेस ने फिट किया.