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सिंधिया ने डबल 'S'  को बताया देश के विकास  का मूल मंत्र

ग्वालियर में स्वदेशी जागरण मंच की 15 वीं राष्ट्रीय सभा का आयोजन किया गया, जहां केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुंचे. कार्यक्रम में सिंधिया ने भारत के विकास के मूल मंत्र के बारे में बताया .

Inclusive and indigenous is the basic mantra of India - Jyotiraditya Scindia
समावेशी और स्वदेशी यही है भारत का मूल मंत्र - ज्योतिरादित्य सिंधिया

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Published : Dec 26, 2021, 5:30 PM IST

ग्वालियर।लक्ष्मी बाई राष्ट्रीय शारीरिक विज्ञान विश्वविद्यालय में स्वदेशी जागरण मंच की 15 वीं राष्ट्रीय सभा का आयोजन किया गया. जहां केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सभा को संबोधित किया.

समावेशी और स्वदेशी यही है भारत का मूल मंत्र - ज्योतिरादित्य सिंधिया

ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने बयानों की वजह से लगातार चर्चा में बने रहते हैं. इस बार उन्होंने भारत के मूल मंत्र को लेकर एक बयान दिया है. जिसमें सिंधिया ने कहा कि, डबल एस यानी समावेशी और स्वदेशी यही भारत का मूल मंत्र है. इसी मंत्र को लेकर स्वदेशी जागरण मंच काम कर रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि, हमें अपनी तमाम खूबियों और क्षमताओं को पहचानना होगा और अपने निर्यात होने वाले तमाम उत्पादों को पूरा फिनिशिंग प्रोडक्ट बनाकर विदेशों में भेजना होगा, तभी हमारी विश्व स्तर पर साख बनेगी.

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सिंधिया ने की भारत की तारीफ

अपने देश की तारीफ करते हुए सिंधिया ने संबोधन में आगे कहा कि, भारत 130 करोड़ जनसंख्या होने के बावजूद कृषि क्षेत्र में कहीं आगे है. आईटी सेक्टर में हमारे युवाओं को महारत हासिल है. देश की 90 करोड़ की आबादी युवाओं की है जो किसी भी परिस्थिति में परिवर्तन का माद्दा रखती है. वहीं अगर हम उत्पादनों को अच्छे से बनाकर विदेश भेजेंगे तो इससे रोजगार सृजन के अवसर भी बड़ी संख्या में पैदा होंगे.

जिस तरह से चंदेरी में बुनकरों ने अपने पिछले कार्यकाल में 20 लूम के कारखाने लगवाए, इससे वह अपनी कला और उत्पादन को उन कारखानों में जाकर और बढ़ा सकते हैं, जबकि पहले वह जब घर से काम करते थे तो हाथ से ही मशीन चलाते थे, इससे उनके घर का बड़ा हिस्सा लूम को स्थापित करने में लग जाता था. पूरा परिवार लूम की वजह से प्रभावित होता था. उन्होंने बताया कि प्रयासों के बाद दिल्ली की 10 बड़ी कंपनियों ने चंदेरी आकर अपने आउटलेट स्थापित किए और स्व सहायता समूह के जरिए वहां के बुनकरों को राष्ट्रीय स्तर पर बाजार उपलब्ध हो सका.

समावेशी और स्वदेशी यही है भारत का मूल मंत्र - ज्योतिरादित्य सिंधिया

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