ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की शहर, स्मार्ट सिटी ग्वालियर की सड़कों इन दिनों गड्ढों में तब्दील हो गई हैं. शहर की सड़कों से होकर गुजरेंगे, तो ऐसा लगेगा जैसे कहीं गांव की सड़कों पर चल रहे हैं. क्योंकि हर तरफ आपको गड्ढे ही गड्ढे नजर आएंगे. शहर में 280 से अधिक ऐसी सड़के हैं, जो पूरी तरह से बदहाल हैं और गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं. आम लोग बदहाल सड़कों के कारण काफी मुश्किल में हैं. धूल और बड़े-बड़े गड्ढे होने के कारण शहरवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन इसके बावजूद अधिकारी जनप्रतिनिधि सिर्फ बयानबाजी कर इस समस्या से पीछा छुड़ाने की कोशिश कर रहे हैं.
ग्वालियर में गड्ढों मे सड़क: मध्य प्रदेश का ग्वालियर राजनीति का केंद्र बिंदु माना जाता है. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि, यहां से मोदी सरकार के 2 कैबिनेट मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर आते हैं. इसके साथ ही शिवराज सरकार के मंत्री भी यहां अच्छा खासा अपना वर्चस्व रखते हैं. लेकिन स्मार्ट सिटी ग्वालियर की बदहाल सड़कों को देखकर लगता है कि, यह शहर राम भरोसे छोड़ दिया है. यही कारण है कि, ग्वालियर की हर विधानसभा में सड़कें पूरी तरह से खुदी हुई हैं और चारों ओर सिर्फ गड्ढे ही गड्ढे नजर आते हैं. बारिश के कारण अब सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढों की वजह से वाहन चालकों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. आए दिन इन जर्जर रास्तों पर दुपहिया वाहन दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं. खास बात यह है कि, हर साल इसको रिपेरिंग के लिए चार करोड़ से अधिक का बजट मिलता है. लेकिन इसके बाबजूद न तो ग्वालियर नगर निगम इनको सुधारने की कोशिश करता है और न ही स्थानीय जनप्रतिनिधि.
स्मार्ट सिटी ग्वालियर की यह हैं मुख्य बदहाल सड़कें:
न्यू सिटी सेंटर में जीएसटी भवन का मार्ग पूरी तरह गड्डो में तब्दील
शहर में डोंगरपुर से झांसी रोड हाइवे को जोड़ने वाला मार्ग खतरनाक गड्ढों में तब्दील
सिरोही क्षेत्र में साईं सरोवर सोसायटी के सामने हाईवे को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे
शहर की थीम रोड स्थित शीतला सहाय चौराहे से माधव डिस्पेंसरी की ओर जाने वाला मार्ग गड्ढों में तब्दील
ग्वालियर के रजिस्ट्रार कार्यालय के सामने हाईवे से जोड़ने वाला मार्ग बुरी तरह खुदा पड़ा है
सिटी सेंटर के तुलसी विहार में सड़कें अमृत के नाम पर खोदी गईं, लेकिन अभी भी खुदी ही पड़ी हैं और गड्ढों में तब्दील हो गई हैं
लक्ष्मण तलैया से शब्द प्रताप आश्रम तक पूरा मार्ग गड्ढों में तब्दील
शहर की सड़कों की हालत खस्ता: ग्वालियर शहर में चार विधानसभा आती हैं. जिनमें ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व और ग्वालियर दक्षिण विधानसभा है. इसके साथ ही ग्वालियर शहर में आधा हिस्सा ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा का भी आता है. चारों विधानसभा में शहर की सड़कों की हालत खस्ता है. बारिश होने के कारण अब सड़कों की दुर्दशा हो गई है. शहर की सड़कों पर सिर्फ गड्ढे ही गड्ढे नजर आ रहे है. लोग गड्ढे में गिर कर घायल हो रहे हैं. इसको लेकर मध्य प्रदेश राज्य बीज एवं फार्म विकास निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल ने खराब सड़कों को लेकर नगर निगम को चेतावनी दी है कि, 'यदि 15 दिन में सड़कों की हालत नहीं सुधरी तो वह नगर निगम का घेराव करेंगे. उन्होंने कहा है कि, शहर में 31 मुख्य सड़कें जर्जर हालत में हैं और इनपर रोज हादसे हो रहे हैं'.
खराब सड़कों पर राजनीति शुरु: शहर की बदहाल सड़कों को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस के विधायक सतीश सिकरवार ने शहर के विकास को लेकर शिवराज सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाया है. विधायक सतीश सिकरवार ने कहा कि, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर सब अपने आप को चमकाने के लिए करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रहे हैं. उन्होंने कहा कि, शहर की सभी सड़कें पूरी तरह से जर्जर हैं. विधायक का कहना है कि, एक तरफ केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एयरपोर्ट एलिवेटेड रोड के लिए करोड़ों रुपए ला रहे हैं, लेकिन शहर की बदहाल सड़कों के लिए उनके पास पैसा नहीं हैं. इसके उल्ट मंत्री प्रदुमन सिंह तोमर ने कहा है कि, इस समय नगर सरकार कांग्रेस की है. इसलिए उन्हें ध्यान देना चाहिए और अगर उन्हें मदद की जरूरत है, तो बैठकर बातचीत करें ताकि इस समस्या का हल हो सके.