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Gwalior Mayor Election 2022: चंबल के दो दिग्गज नेताओं के बीच वर्चस्व की जंग, बीजेपी में इन तीन नामों में से लगेगी मुहर

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Published : Jun 13, 2022, 8:02 PM IST

ग्वालियर में महापौर के टिकट को लेकर अब तीन नाम लगभग तय हो गए हैं, जिनमें से किसी एक को चुना जाना है. मेयर का टिकट किसे मिले इसको लेकर चंबल अंचल के दो बड़े नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर आमने-सामने हैं. जोकि अपने अपने समर्थकों को ज्यादा से ज्यादा टिकट दिलाकर एडजस्ट करने में लगे हैं.

Long list of candidates for mayor ticket in gwalior Chambal
ग्वालियर चंबल में मेयर के टिकट को लेकर उम्मीदवारों की लंबी लिस्ट

ग्वालियर। मध्य प्रदेश में बीजेपी के दिग्गजों की लड़ाई में ग्वालियर महापौर प्रत्याशी को लेकर रस्सा कस्सी का दौर जारी है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर के खेमे में आमने-सामने के साथ ही वर्चस्व की लड़ाई है. महापौर प्रत्याशी किस खेमे का होगा, इससे साल 2023 में होने वाले आम चुनाव का भी रुख तय होगा. फिलहाल भाजपा में पूर्व मंत्री माया सिंह, वरिष्ठ नेता सुमन शर्मा के नाम आगे चल रहे थे, लेकिन बीते 24 घंटे में तेजी से पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता का नाम भी लिस्ट में जोड़ दिया है. हालांकि दोनों दिग्गजों के दरबार में दावेदारों के पहुंचने का सिलसिला जारी है.

ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर के बीच वर्चस्व की जंग

दो दिग्गजों के बीच वर्चस्व की जंग: भाजपा में महापौर प्रत्याशी को लेकर चल रही जोर आजमाइश के बीच जिला, प्रदेश और केंद्रीय स्तर पर कोर कमेटी की बैठक हो चुकी है. इसके बाद केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ग्वालियर पहुंचे हैं. बीते 24 घंटे में तेजी से महापौर प्रत्याशी के लिए समीक्षा का नाम चला और सूची में ऊपर आया है. केंद्रीय मंत्री तोमर के साथ-साथ उनका भोपाल से ग्वालियर लौटना बहुत कुछ बता रहा है. मीडिया के उन तक पहुंचने से पहले ही समीक्षा गुप्ता तत्काल स्टेशन से दूसरे रास्ते से बाहर हो गईं, जबकि केंद्रीय मंत्री तोमर ने इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि कोर कमेटी की बैठक हो गई है और नाम भी फाइनल हो गया है. एक-दो दिन में आपके सामने महापौर प्रत्याशी का नाम आ जाएगा. पूरी भाजपा एकजुट होकर चुनाव लड़ेगी और कहीं किसी से कोई मतभेज नहीं है, हम सब एक हैं.

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बीजेपी में यह अंतिम तीन नाम:

माया सिंह: यह सिंधिया घराने से ताल्लुक रखती है, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया की मामी है. आदित्य सिंधिया भी उनको मामी कहते हैं. मध्य प्रदेश राज्य महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष, भाजपा महिला मोर्चा की अखिल भारतीय महामंत्री और मध्य प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष रही. 1984 में ग्वालियर नगर निगम में महापौर और काउंसलर चुनी गई. सन 2013 में विधायक बनीं और प्रदेश सरकार में मंत्री रही.

समीक्षा गुप्ता: समीक्षा गुप्ता केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की खास मानी जाती है और पहले महापौर रह चुकी हैं. इस समय वह महापौर की मजबूत दावेदार है, पर बीच में विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने के कारण उन्होंने भाजपा छोड़ दी थी लेकिन एक साल पहले वापस भाजपा में आ गई है. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ ही भोपाल से लौटी हैं.

सुमन शर्मा: बीजेपी में जिला मंत्री रही हैं, महिला कार्यसमिति में रही है. प्रदेश महिला मोर्चा में प्रदेश महामंत्री रही हैं. फिल्म सेंसर बोर्ड की कार्यक्रम है, अभी वर्तमान में कार्यसमिति सदस्य हैं. संगठन की ओर से उनका नाम चल रहा है और काफी दमदार नेता है.

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वहीं इनके नामों के साथ-साथ आज नरेंद्र सिंह तोमर के बंगले पर पार्षद और दूसरी मेयर पद के दावेदारों का मेला लगा है. हर कोई बायोडाटा और फूलों का गुलदस्ता लेकर नरेंद्र सिंह तोमर से एक टिकट की आस में भेंट करने के लिए पहुंचा है.

कल ग्वालियर आयेंगे सिंधिया: महापौर के टिकट को लेकर दोनों दिग्गजों के बीच वर्चस्व की जंग को लेकर कांग्रेस के नेता आरपी सिंह ने कहा है कि इस समय ग्वालियर चंबल अंचल में बीजेपी में गुटबाजी हावी है और दो गुटों के कारण इस समय महापौर और पार्षद टिकटों पर घमासान मचा हुआ है. यही वजह है कि इसका असर आगामी चुनाव पर भी होगा और नगर निगम के नतीजों सामने आएंगे, जिसमें बीजेपी को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ेगा. बहरहाल ग्वालियर-चंबल अंचल में नगरीय निकाय चुनावों में कांग्रेस से ज्यादा बीजेपी के लिए टिकटों को लेकर मुश्किलें खड़ी हो रही हैं. चाहे मेयर हो या फिर पार्षद का टिकट, क्योंकि अब बीजेपी में ज्योतिरादित्य सिंधिया है. ऐसे में बीजेपी उनकी बगैर सहमति के कोई फैसला चंबल में टिकटों को लेकर नहीं ले पा रही है. कल आनन-फानन में फिर से ज्योतिरादित्य सिंधिया दोपहर में ग्वालियर आ रहे हैं व देर रात दिल्ली चले जाएंगे.

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