ग्वालियर। सोशल मीडिया के जरिए ग्वालियर की रहने वाली रेनू शर्मा ने सीएम शिवराज सिंह और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से मदद की गुहार लगाई थी. जिसके बाद मामले में खुद सीएम शिवराज ने संज्ञान लिया. और बच्ची के पिता के लिए ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की व्यवस्था कराई. सोशल मीडिया के जरिए जानकारी मिलने के बाद बच्ची के पिता को एक इंजेक्शन भी लगा दिया गया है. वहीं बाकी इंजेक्शन की व्यवस्था भी सरकार द्वारा की जा रही है. इस संबंध में मध्य प्रदेश बीजेपी के मीडिया प्रभारी ने खुद ट्विटर पर जानकारी साझा की है.
सीएम शिवराज का जताया आभार
मध्य प्रदेश बीजेपी के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने बच्ची के वीडियो को रिट्वीट करते हुए इस संबंध में जानकारी दी. उन्होंने लिखा, 'इस बच्ची के पिताजी को एक इंजेक्शन आज लग चुका है. मुख्यमंत्री जी ने स्वयं इस के दर्द को गंभीरता से लिया. कुछ इंजेक्शन अभी रात में भोपाल पहुंचे हैं और देर रात ग्वालियर पहुंचेंगे. बाकी इंजेक्शन भी पूरी चिंता के साथ इस बिटिया के पिताजी को लगेंगे'. लोकेंद्र पाराशर ने इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार भी जताया है.
ब्लैक फंगस बीमारी से जूझ रहे रेनू के पिता
दरअसल ग्वालियर की रहने वाली रेनू शर्मा के पिता कोरोना से ठीक होने के बाद ब्लैक फंगस के शिकार हो गए. वह पिछले 10 दिन से शहर के अपोलो अस्पताल में भर्ती हैं. लेकिन ब्लैक फंगस की बीमारी में प्रयोग होने वाले इंजेक्शन उपलब्ध नहीं हो पा रहा थे. इसलिए अस्पताल प्रबंधन ने इंजेक्शन का प्रबंध करने के लिए बोल दिया. इंजेक्शन के लिए रेनू पिछले एक सप्ताह से कलेक्टर से लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों तक से मिली, लेकिन किसी ने भी मदद नहीं की. लिहाजा इंजेक्शन उपलब्ध नहीं होने से उसके पिता की तबीयत बिगड़ती जा रही थी. एक सप्ताह तक दर-दर भटकने के बाद रेनू ने हताश होकर सोशल मीडिया के जरिए सीएम शिवराज सिंह चौहान और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से मदद की गुहार लगाई. सोशल मीडिया के जरिए रेनू ने कहा कि उसके पिता की मदद करें. रोज उसके पिता को 5 से 6 इंजेक्शन लगना है, लेकिन इंजेक्शन का इंतजाम नहीं हो पा रहा.