ग्वालियर। इस बार नाग पंचमी पर श्रावण के तीसरे सोमवार के साथ ही अनोखा संयोग बना है. नाग पंचमी के दिन नागों की विशेष पूजा पूरे देश में की जाती है. इस दिन नाग मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहता है. ऐसा ही एक मंदिर ग्वालिर के भावनापुर में स्थित है, जहां नाग- नागिन की अनोखी प्रेम कहानी देखने को मिलती है.
नाग-नागिन के अटूट प्रेम का प्रतीक है अमर प्रेम मंदिर, नाग पंचमी के दिन 'सती' के रूप में होती है पूजा - मध्यप्रदेश न्यूज
नाग- नागिन के अमर प्रेम का प्रतीक 'अमर प्रेम मंदिर' में नाग पंचमी के दिन दूर- दूर से दर्शन करने आते हैं भक्त.
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लगभग 4 साल पहले हाई-वे किनारे एक ट्रक की चपेट में नाग आ गया था. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी. नाग की मौत के बाद नागिन तीन दिन तक नाग के देह के पास ही बैठी रही और अपना फन पटक- पटक कर अपनी जान दे दी. लोगों ने इस अटूट प्रेम को देखते हुए नाग- नागिन का विधि- विधान से अंतिम संस्कार किया और उसके बाद लोगों ने प्रेम मंदिर की स्थापना कर दी.
नाग नागिन के अमर प्रेम का प्रतीक बना ये मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र बन गया है. नाग पंचमी के दिन देश भर से श्रद्धालु इस मंदिर में दर्शन करने आते हैं.