मुरैना। चंबल अंचल के अंबाह-पोरसा से सेना में अभी तक हजारों लोग अपनी सेवाएं दे चुके हैं. कई गांव ऐसे हैं, जहां तीसरी पीढ़ी फौज में है और शहादातों का लंबा इतिहास रहा है. अब जब चौथी पीढ़ी के सेना में भर्ती होने का वक्त आया, तो केन्द्र सरकार ने अग्निपथ योजना को लागू कर सेना में भर्ती होने वाले युवकों की आयु 17 से 23 वर्ष कर दी और वेतन घटाकर 21 हजार रुपए पर ला दिया. 4 साल की नौकरी का कार्यकाल तय कर युवाओं को असंतुष्ट कर दिया, इसे लेकर मुरैना सहित चंबल संभाग में कड़ा विरोध प्रदर्शन चल रहा है.
अग्निपथ योजना से युवाओं में नाराजगी: युवाओं का कहना है कि हर 10 वें घर से एक फौजी के शहीद होने के बाद सरकार ने युवाओं को गलत ताेहफा दिया. सरकार यदि नियमों काे नहीं बदलती है, तो आगामी विधानसभा चुनावों में युवा भाजपा सरकार को कड़ा जवाब देगा और युवा अब सेना की भर्ती नहीं देखेगा. सेना में शुरू होने वाली अग्निपथ भर्ती के विरोध की आग अब मुरैना तक पहुंच गई है. केंद्र सरकार की इस योजना के तहत युवाओं को चार साल के लिए सेना में भर्ती किया जाएगा. इसमे तय राशि मिलेगी, लेकिन सेवानिवृत्ति के बाद कोई अन्य स्वत्व नहीं मिलेगा.
सरकार ने युवाओं के साथ किया धोखा: नरेंद्र मोदी सरकार की इस योजना के विरोध में चंबल में सेना में भर्ती की तैयारी में जुटे सैकड़ों छात्रों ने अम्बाह में अचानक सड़कों पर उतर कर SDM कार्यालय का घेराव कर, भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और ज्ञापन सौंपा. सेना की भर्ती की तैयारी कर रहे युवा राजू कंषाना का कहना है कि सरकार ने युवाओं के साथ गलत किया है. युवा सेना भर्ती के लिए कई सालों से तैयारी कर रहे हैं, अब सरकार द्वारा नया नियम लागू करने से युवाओं में आक्रोश है. गजेंद्र गुर्जर का कहना है कि, मुझे 7 साल हो गए सेना भर्ती की तैयारी करते-करते, और अब सरकार ने नया फरमान जारी कर दिया. जिससे जिले के युवाओं में आक्रोश है. अगर सरकार जल्द इस नियम को नहीं बदलती, तो युवा अब आगे से सेना भर्ती नहीं देखेगा.