छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा में उत्पादित संतरा अब ट्रेन के जरिए बांग्लादेश (Bangladesh) में मिठास बिखेरेगा, इससे पहले भी संतरा निजी ट्रांसपोर्टरों के जरिए ट्रक से बांग्लादेश भेजा जाता था, लेकिन अब ट्रैन से भी संतरा भेजा जाएगा.
ट्रेन से बांग्लादेश पहुंचेगा छिंदवाड़ा का संतरा कम भाड़े में सुरक्षित बांग्लादेश पहुंचेगा संतरा
ट्रक के सहारे बांग्लादेश तक संतरा पहुंचाने में प्रति टन करीब 6000 रुपए की लागत आती थी, लेकिन अब ट्रेन में 4500 रुपए प्रति टन की दर से संतरा बांग्लादेश पहुंच जाएगा. ट्रकों के जरिए संतरा बांग्लादेश पहुंचाने में खराब होने की भी आशंका होती थी, लेकिन अब ट्रेन की बोगी में सुरक्षित तरीके से संतरा आसानी से बांग्लादेश पहुंच जाएगा.
जिले में 23 हजार हेक्टेयर जमीन पर होती है संतरे की पैदावार
छिंदवाड़ा जिले में चार विकासखंडों में मूल रूप से संतरे की पैदावार होती है, जिसमें सबसे ज्यादा पैदावार पांढुर्ना और सौंसर में होती है, उद्यानिकी विभाग (Horticulture department) के उप संचालक एमएल ऊइके ने ईटीवी भारत (ETV Bharat) को बताया कि जिलेभर में करीब 12 हजार किसान 23 हजार हेक्टेयर में संतरे की पैदावार करते हैं.
छिंदवाड़ा के बागों में लगे संतरे बेनापोल रेलवे स्टेशन तक पहुंचेगा ट्रेन से संतरा
भारतीय रेलवे कोरोनाकाल में माल भाड़े में अपनी आय बढ़ाने के लिए कई प्रयास कर रहा है. रेलवे कुछ समय में ट्रेन के जरिए छिंदवाड़ा से पड़ोसी देश बांग्लादेश की बॉर्डर तक संतरा भेजेगा, इसके लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे डीसीएम अनुराग कुमार सिंह ने व्यापारियों के साथ बैठक की. रेलवे अधिकारियों ने बताया है कि पार्सल सुविधा में बढ़ोतरी के बाद बांग्लादेश के बेनापोल तक छिंदवाड़ा का संतरा भेजा जाएगा, इससे संतरा सुरक्षित जाएगा और ताजगी भी बनी रहेगी, साथ ही भाड़े में भी कमी आएगी.
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120 दिन की अग्रिम बुकिंग और अस्थाई लीज पर होगी पार्सल वैन की सुविधा
पिछले दिनों सौसर में हुई संतरा व्यापारी और रेलवे अधिकारियों की बैठक में तय किया गया कि संतरा परिवहन के लिए 120 दिन की अग्रिम बुकिंग और अस्थाई लीज पर पार्सल वैन की सुविधा रेलवे उपलब्ध कराएगी. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के डीसीएम अनुराग कुमार सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि छिंदवाड़ा का संतरा कोलकाता और बांग्लादेश के बेनापोल तक पहुंचाया जाएगा, इससे व्यापारी को लाभ होगा साथ ही रेलवे की आय बढ़ेगी.