छिंदवाड़ा।मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा नगर निगम में कांग्रेस ने 18 साल बाद बड़ी जीत दर्ज की है. (MP Nagar Nigam Election) कांग्रेस से मेयर प्रत्याशी विक्रम आहके ने साबित कर दिया कि, (Vikram Ahake Mayor Of Chhindwara) अगर सच्ची मेहनत, लगन और ईमानदारी से अपने सपनों के लिए लड़ा जाए तो इंसान कुछ भी हासिल कर सकता है. नवनिर्वाचित मेयर, राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को भी खूब भा रहे हैं. राहुल और विक्रम आहके भले ही एक दूसरे से कभी नहीं मिले, लेकिन वायरल फोटो को देख विक्रम के मुरीद हो गए.
नवनिर्वाचित महापौर की राहुल गांधी ने की तारीफ कांग्रेस की बड़ी जीत: राहुल ने अपने फेसबुक पेज पर उन फोटो पोस्ट करने के साथ मैसेज भी लिखा. पोस्ट का उन्होंने शीर्षक दिया- "'मां आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पिता किसान और बेटा महापौर". दरअसल, छिंदवाड़ा को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का गढ़ कहा जाता है. लंबे अंतराल के बाद छिंदवाड़ा महापौर पद पर कांग्रेस ने बड़ी जीत दर्ज की है. इस चुनाव में कांग्रेस के विक्रम ने भाजपा प्रत्याशी अंनत धुर्वे को विक्रम ने 3,786 मतों से मात दी है. जहां विक्रम को 64,363 मत प्राप्त हुए, तो वहीं 60,577 वोट अनंत धुर्वे को मिले. छिंदवाड़ा में कुल मतों की संख्या 1,30,907 रही.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में कांग्रेस की शानदार जीत, विक्रम आहाके बने महापौर
कांग्रेस को विक्रम पर गर्व: विक्रम कांग्रेस आदिवासी प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष थे. युवा कांग्रेस के जिला सचिव के तौर पर वह संघर्षरत थे. राहुल गांधी ने लिखा है कि, " हमारा सपना है कि एक ऐसा हिंदुस्तान बने जहां अमीर गरीब में फ़ासला ना हो. सबको समानता का अधिकार मिले. कांग्रेस पार्टी जनता से किए गए अपने सभी वादों के प्रति प्रतिबद्ध है. मुझे और पूरी कांग्रेस पार्टी को विक्रम पर गर्व है. हमें आपके जैसे ही निडर और पार्टी की विचारधारा में विश्वास रखने वाले कार्यकर्ताओं की जरूरत है".
विक्रम आहके के मुुरीद हुए राहुल गांधी नहीं चला शिवराज का जादू:छिंदवाड़ा में कांग्रेस ने महापौर पद के साथ-साथ वार्ड पार्षद के 30 पदों पर भी जीत दर्ज की है. वहीं, भाजपा की बात की जाए तो महापौर प्रत्याशी अंनत धुर्वे ने निगम सहायक आयुक्त पद से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ा था. भाजपा ने कमलनाथ के गढ़ में हरसंभव प्रयास किया. प्रयास भी ऐसा कि शिवराज सिंह चौहान खुद दो बार अपने प्रत्याशी के समर्थन में उतरे, लेकिन शहर की जनता ने सामान्य नेता पर भरोसा जताया.