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CM शिवराज, नकुलनाथ का छिंदवाडा अर्धनारीश्र्वर मंदिर कनेक्शन, CM की मांगी मन्नत, तो MP ने मांगा 20 करोड़ का हिसाब - CM appeal win councilor of BJP

सीएम शिवराज आज छिंदवाड़ा दौरे पर पहुंचे थे. जहां उन्होंने कई क्षेत्रों का दौरा करने के साथ ही भगवान अर्धनारीश्वर की पूजा-अर्चना की. वहीं सांसद नकुलनाथ भी अपनी पार्टी की जीत का आशीर्वाद लेने भगवान अर्धनारीश्वर के दर पर पहुंचे. CM Shivraj prayers to Lord Ardhanarishwar, Nakul Nath prayers to Lord Ardhanarishwar, CM Shivraj Chhindwara visit

Shivraj and Nakulnath reached same temple
पार्टी की जीत का आशीर्वाद लेने एक ही मंदिर में पहुंचे शिवराज और नकुलनाथ

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Published : Sep 22, 2022, 11:05 PM IST

Updated : Sep 22, 2022, 11:58 PM IST

छिंदवाड़ा। चुनावी दौरे के दौरान एक तरफ जहां मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने मोहगांव हवेली में भगवान अर्धनारीश्वर की पूजा-अर्चना की. वहीं छिंदवाड़ा सांसद नकुल नाथ ने भी उसी मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान की पूजा कर जीत के लिए आशीर्वाद मांगा. जनता से अपील के बाद दोनों दल के नेता भगवान के दर पर माथा टेकते नजर आ रहे हैं. जाने क्यों खास है भगवान अर्धनारीश्वर का मंदिर. CM Shivraj prayers to Lord Ardhanarishwar, Nakul Nath prayers to Lord Ardhanarishwar

एक ही मंदिर भगवान के दर पर पहुंचे सीएम और सांसद :नगरीय निकाय चुनाव में जनता से जीत की अपील करने आज सीएम शिवराज छिंदवाड़ा दौरे पर पहुंचे. जहां उन्होंने मोहगांव हवेली में भगवान अर्धनारीश्वर की पूजा अर्चना की. वहीं सीएम ने दमुआ गांव में जनता से एक पार्षद बीजेपी पार्टी का देने की अपील की. सीएम ने कहा कि इस क्षेत्र ने उन्हें ना सांसद और ना विधायक दिया तो कम से कम एक पार्षद ही दे दो. वहीं सीएम के अलावा इसी मंदिर में सांसद नकुलनाथ भी भगवान अर्धनारीश्वर की पूजा-अर्चना करते नजर आए. चुनावी दौर को लेकर सौसर पहुंचे सांसद ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि सीएम शिवराज आज आ रहे हैं, मैं सौंसर की जनता से आग्रह करता हूं कि उनसे ज़रूर पूछिए की उन्होंने 15 वर्ष की सरकार में सौंसर को क्या दिया? जामसांवली मंदिर को जो 20 करोड़ देने का वादा किया था उसका क्या हुआ. सांसद ने कहा कि मंदिर दिया तो नहीं बल्कि ले और लिया.

अर्धनारीश्वर भगवान ज्योतिर्लिंग के पीछे की कहानी: पौराणिक मान्यताओं के अनुसार दैत्य गुरु शुक्राचार्य भगवान भोलेनाथ के अनन्य भक्त थे. उन्होंने सर्पिणी तट पर तपस्या की थी. वह स्थान मंदिर परिसर में है. शुक्राचार्य की तपस्या से भोलेनाथ प्रसन्न हुए, तब शुक्राचार्य ने भगवान से कहा मैं केवल माताजी को आपके साथ देखना चाहता हूं, तब भगवान ने अर्द्धनारिश्वर रूप में उन्हें दिखे. उसी दिन से यहां पर अर्धनारीश्वर भगवान ज्योतिर्लिंग के रूप में स्थापित हो गए.

शिवलिंग की विशेषता: शक्तिपीठ अर्धनारीश्वर मंदिर का निर्माण महामृत्युंजय मंत्र पर आधारित है, इसलिए इसकी विशेषता और बढ़ जाती है. बताया जाता है कि अर्धनारीश्वर ज्योतिर्लिंग विश्व के कुछ ही जगहों पर स्थापित है. उनमें से एक सौसर का मोहगांव हवेली है. जहां पर सूर्य देवता सीधे मंदिर के अंदर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करते हैं. अर्धनारीश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर मोहगांव हवेली तहसील सौसर जिला छिंदवाड़ा मध्य प्रदेश में है. सौसर से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित अर्धनारीश्वर ज्योतिर्लिंग शिव और पार्वती का शिवलिंग है. इनका दर्शन करने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं.

मंदिर में चार धाम के नाम से है दरवाजे: यह स्थल चार धाम (बद्री ,केदार, द्वारिका, जगन्नाथपुरी ,रामेश्वरम) 12 ज्योतिर्लिंग कथा त्रिपुरा सुंदरी केंद्र बिंदु है. सनातन पुरातन काल से इस ज्योतिर्लिंग मंदिर से निर्माण संरचना और वस्तु की महामृत्युंजय मंत्र आधारित होने से यहां शक्तिपीठ आया. 13वीं शताब्दी और 15वीं शताब्दी के बीच मंदिर का जीर्णोद्धार देवगढ़ के गोंड राजा और नागपुर के घोसले राजा द्वारा किया गया था.(CM Shivraj prayers to Lord Ardhanarishwar) (Nakul Nath prayers to Lord Ardhanarishwar) (CM Shivraj Chhindwara visit)

Last Updated : Sep 22, 2022, 11:58 PM IST

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