छिंदवाड़ा।मध्यप्रदेश के ग्रामीण इलाके से भी सरकार के लिए अच्छी खबर नहीं आ रही है. प्रदेश के गांवों में भी कोरोना का खतरा पैर पसारने लगा है. छिंदवाड़ा जिला प्रशासन ने शुक्रवार को जिले के 180 गांवों को कोरोना रेड जोन घोषित किया है. यहां ज्यादा संक्रमण वाले झेत्रों को चिन्हित कर लोगों के इलाज की व्यवस्था की जा रही है. 180 गांवों का यह आंकड़ा छोटा नहीं है. इसे देखने के बाद लगता है कि प्रदेश के लगभग सभी बड़े शहरों को अपनी चपेट में ले चुका कोराना का वायरस का रुख अब गांवों की तरफ है. ऐसा हुआ तो गांवों में कोरोना का गदर मचना तय है. क्योंकि यहां स्वास्थ्य सुविधाएं उतनी बेहतर नहीं हैं जितनी शहरों में ऐसे में सरकार को फौरन सख्ती के साथ एहतियाती कदम उठाने की जरूरत है.
सीएम ने माना हालात बेहद खराब
सीएम शिवराज सिंह भी यह मान चुके हैं कि इस बार राज्य में कोरोना की स्थिति काफी विकट है. प्रदेश में शुक्रवार को 11 हजार से ज्यादा लोग पॉजिटिव मिले हैं. ऐसे में सीएम की बात को गंभीरता से लेना बेहद जरूरी है. आंकड़े बता रहे हैं कि मध्यप्रदेश में हालत बेहद खराब होते जा रहे हैं. ऐसे में सावधानी ही कोरोना से बचाव का बड़ा तरीका हो सकती है.
छिंदवाड़ा में हैं 1959 गांव
छिंदवाड़ा जिले में कुल 1959 गांव हैं जिनमें जिला प्रशासन ने स्क्रीनिंग के बाद 180 गांवों को कोरोना रेड जोन में चिन्हित किया है. यानी इन गांवों में कोरोना संक्रमित मौजूद हैं और गांव कोरोना की चपेट में है. प्रशासन का भी कहना है कि गांव में स्क्रीनिंग के बाद कोरोना वायरस के मरीज मिले हैं. इसलिए अब इन गांवों में भी जरूरत के हिसाब से इलाज की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी. गांवों में मिलने वाले गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है और सामान्य मरीजों को होम आइसोलेट किया जा रहा है।
महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों का हो रहा कोविड टेस्ट
तीन कैटेगरी में बांटे गए हैं गांव
रेड जोन-छिंदवाड़ा जिले के कुल 1959 गांव में से 180 गांव रेड ज़ोन में हैं. यानी ये गांव पूरे तरीके से कोविड-19 संक्रमण की चपेट में हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार ऐसे गांवों में 350 से ज्यादा संक्रमित हैं. ऐसे गांवों को रेड जोन में रखा गया है.
ऑरेंज जोन-ऑरेज जोन में ऐसे गांवों को रखा गया है जिनमें कोविड-19 का संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा है. जिले में 271 गांव को ऑरेंज कैटेगरी में रखा गया है. यानी ये एरिया कोविड-19 संभावित गांव या वार्ड है. इन गांवों के कुल 1848 संभावित संक्रमितों को चिन्हित किया गया है।
ग्रीन जोन- गांवों की तरफ कोरोना के ताजा रुख को देखते हुए यह फिलहाल राहत की बात है कि अभी जिले के 1515 गांव ग्रीन जोन में हैं. यानी यहां पर संक्रमण अब तक नहीं पहुंचा है.