छिंदवाड़ा।जिला अस्पताल में प्रबंधन की लापरवाही एक बार फिर से सामने आई है. जहां कुछ तस्वीरों ने अस्पताल प्रबंधन की पोल खोल कर रख दी है. एक ओर जिला अस्पताल में गंदगी का अंबार लगा हुआ है तो वहीं मरीज और उनके परिजन के लिए अस्पताल परिसर के ऊपर रखी पानी की टंकी में दारू की बोतलें पड़ी हुई मिली हैं. साथ ही अस्पताल की पानी की टंकियों को ढका भी नहीं जाता. जिसके चलते मरीजों और उनके परिजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
छिंदवाड़ा अस्पताल में तैरती शराब की बोतल नाकाम अस्पताल प्रबंधन?:शासन प्रशासन स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए लाखों रुपए खर्च करता है ताकि लोगों को स्वास्थ्य सुविधा सही मिल सके. लेकिन छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज से संबंधित जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य महकमा नाकाम साबित हो रहा है. जिसके चलते मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नही हो पा रही हैं.
छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में गंदगी नहीं पहुंच रहे डॉक्टर:जिला अस्पताल पहुंचे मरीजों के परिजनों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कल से हम यहां आए हैं और मरीज को भर्ती किया है लेकिन अभी तक कोई डॉक्टर नहीं आया और न ही यहां कोई सुविधा है जिसके कारण हमे परेशान होना पड़ रहा है. अभी तक सिर्फ एक बॉटल लगाई गई है लेकिन इलाज का कोई फायदा नही. वहीं एक अन्य परिजन ने बताया कि उल्टी दस्त और बुखार से परेशान मरीज को भर्ती किया है लेकिन दो दिनों से डॉक्टर के नही आने से इलाज नही हो पा रहा है. (Chhindwara District Hospital)
छिंदवाड़ा जिला अस्पताल गंदा प्रबंधन ने दी सफाई:शिकायतों को लेकर सिविल सर्जन शिखर सुराना ने कहा कि अस्पताल में जब भी OPD में भीड़ बढ़ जाती है तो ऐसी स्तिथियां सामने आती हैं. फिलहाल एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने हमे यहां की अव्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी है. हम पूरा प्रयास करेंगे की पानी की टंकी में पानी ढका हुआ रहे. हालांकि प्रतिदिन साफ सफाई होती है लेकिन कुछ असामाजिक तत्व कचरा करते हैं. ड्यूटी के दौरान जो भी लापरवाही करेगा उन पर कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि इससे पहले अस्पताल में अव्यवस्थाओं को लेकर एनएसयूआई (NSUI Chhindwara) के जिला अध्यक्ष अजय सिंह ठाकुर ने कार्यकर्ताओं सहित अस्पताल में धरना प्रदर्शन किया था. जिसके बाद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का अमला हरकत में आया था. (Liquor bottle in water tank)