छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में रोटरी क्लब द्वारा शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन हुआ. जिसमें छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके ने शिरकत की. कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के छायाचित्र पर दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया. राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए छिंदवाड़ा जिले के सम्मानित हुए शिक्षकों को शिक्षक दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि ''शिक्षक, ज्ञान की रोशनी से विद्यार्थियों का जीवन गढ़ते हैं. गुरूजन अपने अध्ययन-अध्यापन की गौरवमयी परंपरा को इसी तरह आगे बढ़ाते रहें''.
कोविड से मृत हुए शिक्षकों को श्रद्धांजलि: अनुसुईया उइके ने कहा कि ''शिक्षकों पर विद्यार्थियों को बेहतर नागरिक बनाने की जिम्मेदारी होती है. शिक्षक इस जिम्मेदारी का पूर्ण रूप से निर्वहन करें तो भारत अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर विश्व पटल पर अपनी एक विशिष्ट पहचान बना पाएगा''. राज्यपाल ने कहा कि ''विपरीत परिस्थितियों में भी शिक्षक शिक्षा देने का कार्य जारी रखते हैं. कोविड ने पूर्ण रूप से मानव जीवन को प्रभावित किया. इसके बावजूद शिक्षकों ने तमाम वैकल्पिक उपायों के माध्यम से शिक्षा देने का काम जारी रखा''. उन्होंने कोविड से असमय मृत हुए शिक्षकों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की
जीवन के संघर्षों से परिचय कराता है शिक्षक: राज्यपाल उइके ने अपने शिक्षक व विद्यार्थी जीवन का अनुभव साझा करते हुए कहा कि ''जीवन में चुनौतियां सदैव आती हैं, लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि आप कितनी मजबूती से इनका सामना करते हैं. शिक्षक आपको जीवन के इन्हीं संघर्षों से परिचय कराता है और आपको चुनौतियों का सामना करने के लिए सक्षम भी बनाता है''. उन्होंने स्काउट एवं गाइड्स, एनएसएस और एन.सी.सी. आदि की विद्यार्थी जीवन में उपयोगिता के बारे में जानकारी दी और शिक्षकों से आग्रह किया कि वे अधिक से अधिक विद्यार्थियों को इनमें शामिल होने के लिए प्रेरित करें.