छिंदवाड़ा।प्रदेश के कई इलाकों में हुई भारी बारिश के बाद तबाही का मंजर है, जहां अचानक आई बारिश अपने साथ सब कुछ बहाकर ले गई और एक झटके में ग्रामीणों का सब कुछ खत्म हो गया. ऐसा ही हाल है छिंदवाड़ा जिले की चौरई विधानसभा के बंधीढाना गांव का जहां पेंच नदी में अचानक आई बाढ़ ने करीब 100 परिवारों का सब कुछ उजाड़ दिया. हालांकि हिम्मत कर बेघर हुए परिवारों ने पहाड़ी पर अपना आशियाना बनाना शुरू किया है.
डर के मारे ग्रामीणों ने ली पहाड़ी में शरण
पेंच नदी के निचले इलाके बंधीढाना गांव में अचानक बाढ़ आने से करीब 100 घर पूरी तरीके से बह गए, जिसमें मुश्किल से लोग अपनी जान बचाकर भागे थे. अचानक आई इस आफत से डरे हुए लोगों ने अब गांव के पास एक पहाड़ी में अपना आशियाना बनाना शुरू किया है. लोगों का कहना है कि सरकार उन्हें यहीं पर मकान बनाने की अनुमति दे क्योंकि उन्हें भरोसा नहीं है कि कब निचले इलाके में फिर पानी भर जाए.
सिर्फ रहने लिए सुरक्षित स्थान की गुहार
ग्रामीणों का कहना है कि उनका सब कुछ तो बर्बाद हो गया, छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को लेकर फिलहाल रहना है ऐसे में प्रशासन उन्हें सुरक्षित जगह उपलब्ध करा दे क्योंकि जहां ठहराया गया है, वहीं की छत से पानी टपकता है. अगर उन्हें सुरक्षित जगह रहने को मिल जाए तो खाने पीने का जुगाड़ मेहनत मजदूरी से कर लेंगे.
अधिकारियों ने दिया आश्वासन
बाढ़ के बाद मौके का मुआयना और पुनर्वास केंद्र के हालात देख अधिकारी भी जल्द से जल्द ग्रामीणों को किसी अच्छी जगह में शिफ्ट करने की योजना बना रहे हैं, साथ ही उन्हें जमीन भी उपलब्ध कराने की कार्रवाई की जा रही है, जिससे तबाह हुए परिवार फिर से अपना घर बसा सकें.