मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / city

सावन के दूसरे सोमवार पर बना विशेष संयोग, ऐसे करें भगवान भोलेनाथ की पूजा ? - Month of Sawan 2021

इस बार सावन महीने का दूसरा सोमवार विशेष संयोग लेकर आया है. इस दिन कृतिका नक्षत्र के साथ कृष्ण पक्ष की नवमी का भी योग है. जो भी जातक इस योग में भगवान शिव की पूजा अर्चना करेगा वह पुण्य फल का भागी होगा.

second Monday of Sawan
सावन महीने का दूसरा सोमवार

By

Published : Aug 2, 2021, 12:05 AM IST

भोपाल/रायपुर ।भगवान शिव को सावन का महीना सबसे प्रिय है. इस पावन महीने की शुरुआत 25 जुलाई 2021 से हुई है. 26 जुलाई को पहला सोमवार था. अब दूसरा सोमवार 2 अगस्त को है. महादेव को प्रिय इस महीने के दूसरे सोमवार की शुरुआत कृतिका नक्षत्र के साथ होगी. इस दिन कृष्ण पक्ष की नवमी का भी योग है. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक नवमी की देवी मां दुर्गा हैं. जबकि सोमवार के देवता चंद्र हैं. तो वहीं कृतिका नक्षत्र के स्वामी सूर्य और राशि शुक्र हैं. ज्योतिष और धर्मशास्त्र के नजरिए से देखा जाए तो सोमवार 2 अगस्त को भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा अत्यंत फलदायी रहेगी.

इस दिन भगवान भोलेनाथ की अराधना और पूजा करने से भक्त पर विशेष कृपा बनी रहती है. सावन में भगवान शिव के पूजन और सोमवार के व्रत का विशेष महत्व है. कहते हैं कि सावन में सोमवार को व्रत रखने और भगवान शिव की पूजा से लड़कियों को मनचाहा वर मिलता है और सुहागनों को अमर सुहाग प्राप्त होताा है.सावन के सोमवार के दिन भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा, भांग, सफेद फूल, दूध, सफेद चंदन, अक्षत् आदि अर्पित करने का विधान है. इस दिन बेलपत्र पर सफेद चंदन से राम-राम लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाने से भी भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं.

2 अगस्त को सावन का दूसरा सोमवार है. इस दिन नवमी की तिथि और कृत्तिका नक्षत्र भी है. ऐसे में जिन जातकों की जन्म कुंडली में ग्रहण का योग बन रहा है वह अगर भगवान शिव की पूजा करते हैं तो उनकी कुंडली से अशुभता का नाश हो जाएगा. भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने से जातक के जीवन में आने वाले सभी दुखों, परेशानियों का अंत हो जाएगा. जातक पर सदैव महादेव की कृपा बनी रहेगी. इस दिन चंद्रमा अपनी सबसे ऊंची राशि वृषभ में होगा. यह योग ज्योतिष शास्त्र में काफी शुभ माना गया है. वृद्धि योग में होने की वजह से यह काफी कल्याणकारी भी है.

Month of Sawan 2021: सावन में भगवान शिव पर बेलपत्र चढ़ाने से शनिदेव की भी बनी रहती है कृपा, जानें क्यों

सावन के दूसरे सोमवार पर विशेष शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं.

अभिजीत : 12:19 PM to 01:11 PM

अमृत काल : 08:01 PM to 09:49 PM

ब्रह्म मुहूर्त : 04:47 AM to 05:32 AM

गोधुली मुहूर्त : 07:01 PM to 07:25 PM

कैसे करें भगवान शिव की पूजा ?

सोमवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर दैनिक क्रियाओं से निवृत्त होकर स्वच्छ जल से स्नान करें.स्वच्छ वस्त्र धारण करके पूजा घर या मंदिर जाएं, वहां भगवान शिव की मूर्ति या तस्वीर या फिर शिवलिंग हो तो सर्वोत्तम होगा, उसे स्वच्छ जल से धोकर साफ कर लें. फिर तांबे के लोटे या कांस्य के पात्र में जल भरें. फिर उसमें गंगा जल मिला लें.भगवान शिव का जलाभिषेक करें और उनको सफेद फूल, अक्षत्, भांग, धतूरा, सफेद चंदन, धूप आदि अर्पित करें. प्रसाद में फल और मिठाई चढाएं.भूलकर भी भगवान शिव को तुलसी का पत्र, हल्दी और केतकी का फूल कदापि न अर्पित करें. शिवलिंग (Shivling) पर बेलपत्र, धतूरा, भांग, जल और दूध अर्पित करने से से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. भगवान शिवजी को हमेशा कांस्य और पीतल के बर्तन से जल चढ़ाना चाहिए.

सावन 2021 : ज्योतिषाचार्य से जानें विशेष संयोग और महत्व

जानिए कब-कब है सावन का सोमवार ?

पहला सोमवार: 26 जुलाई 2021 को था

दूसरा सोमवार: 2 अगस्त 2021

तीसरा सोमवार: 9 अगस्त 2021

चौथा सोमवार: 16 अगस्त 2021

भोलेनाथ की पूजा के लिए विशेष मंत्र

सावन के सभी सोमवार के दिन इन मंत्रों के साथ पूजा करें. परिवार पर भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा बनी रहेगी.

ॐ नमः शिवाय

ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय

ॐ नमो भगवते दक्षिणामूर्त्तये मह्यं मेधा प्रयच्छ स्वाहा

नमो नीलकण्ठाय

ॐ पार्वतीपतये नमः

सावन के दूसरे सोमवार पर अद्भुत संयोग में आप भी भगवान भोलेनाथ की विधि विधान से पूजा अर्चना कर सुख, समृद्धि की प्राप्ति कर सकते हैं. इस दिन महादेव का जलाभिषेक करने से सभी दुखों से मुक्ति मिलेगी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details