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World Heart Day: मध्य प्रदेश में चलाया जाएगा सीपीआर ट्रेंनिंग प्रोग्राम, नर्सिंग कॉलेज मान्यता पर सारंग का कमलनाथ पर निशाना - CPR training can save lives

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आज विश्व हृदय दिवस पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने 'दिल से दिल की देखभाल' कार्यक्रम में भाग लिया और घोषणा करते हुए कहा कि, प्रदेश भर में कार्डियक अरेस्ट से लोगों के बचाव के लिए सीपीआर ट्रेंनिंग प्रोग्राम चलाया जाएगा. यह प्रोग्राम में चलाया जाएगा सीपीआर ट्रेंनिंग प्रोग्राम, नर्सिंग कॉलेज मान्यता पर सारंग का कमलनाथ पर निशाना साधा. (World Heart Day) (CPR training program run in Madhya Pradesh) (Sarang targets Kamal Nath on nursing college)

CPR training program will run in Madhya Pradesh
मध्य प्रदेश में चलाया जाएगा सीपीआर ट्रेंनिंग प्रोग्राम

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Published : Sep 29, 2022, 5:00 PM IST

भोपाल। अब मध्यप्रदेश में सीपीआर ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाया जायेगा, जिसमें स्कूल, कॉलेज सहित जिम में भी सीपीआर की ट्रेनिंग दी जाएगी. विश्व हृदय दिवस पर मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने ये घोषणा की है. भविष्य में कार्डियक हेल्पलाइन की भी शुरुआत होगी. विश्व हृदय दिवस पर गांधी मेडिकल कॉलेज में 'दिल से दिल की देखभाल' कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. प्रदेशव्यापी सीपीआर ट्रेनिंग से हार्ट अटैक के दौरान जान बचाए जाने को लेकर होगा प्रयास.

एमपी में चलेगा सीपीआर ट्रेंनिंग प्रोग्राम: जब किसी को दिल का दौरा पड़ता है, तो आसपास के लोग भी घबरा जाते हैं और लगभग 10 में से 8 मरीजों की मौत अस्पताल के बाहर ही हो जाती है. क्योंकि उन्हें तुरंत सीपीआर नहीं दी जाती. सीपीआर यानी सरल भाषा में कहा जाए तो हार्टअटैक पड़ने पर हथेलियों के माध्यम से दिल को धक्का देते हुए वापस जागृत करना. विश्व हृदय दिवस पर गांधी मेडिकल कॉलेज में एक प्रोग्राम आयोजित किया गया. जिसे दिल से दिल की देखभाल नाम दिया गया. इसके तहत लोगों को बताया गया कि, दिल को कैसे सुरक्षित रखा जाए.

सीपीआर ट्रेनिंग से बचाई जा सकेगी जान: दिल के बचाव के क्या-क्या उपाय हो सकते हैं, इसको लेकर भी चर्चा की गई. कार्यक्रम में पहुंचे चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि, अमूमन देखने में आया है कि जब किसी को हार्टअटैक पड़ता है तो उसे तुरंत सीपीआर नहीं मिल पाता. ऐसे में अगर सभी को सीपीआर ट्रेनिंग की जानकारी होगी, तो बहुत लोगों की जान आसानी से बचाई जा सकती है. इसके लिए अब विशेष रूप से मध्यप्रदेश में प्रोग्राम चलाया जाएगा. इस सीपीआर प्रोग्राम के तहत स्कूल, कॉलेजों के साथ ही जिमों को भी शामिल किया गया है. क्योंकि हाल ही में देखने में आया था कि, बड़े-बड़े कलाकारों की मौत जिम में ट्रेनिंग के दौरान भी हुई है.

स्कूल, कॉलेज के साथ ही जिम में भी होगी ट्रेनिंग: सीपीआर की फुल फॉर्म कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन Cardiopulmonary resuscitation (CPR) है. यह इमरजेंसी मेडिकल टेक्निक है, जिसके जरिए किसी व्यक्ति की सांस या दिल के रुक जाने पर उसकी जान बचाई जा सकती है. जब किसी व्यक्ति का दिल धड़कना बंद कर देता है, तो उसे कार्डियक अरेस्ट होता है. कार्डियक अरेस्ट के दौरान, हृदय मस्तिष्क और फेफड़ों सहित शरीर के बाकी हिस्सों में खून पंप नहीं कर पाता और उपचार के बिना मृत्यु मिनटों में हो सकती है. सीपीआर द्वारा मरीज की छाती पर दबाव बनाया जाता है, जिससे ब्लड फ्लो को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है.

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सारंग ने कमलनाथ पर साधा निशाना: विश्वास सारंग ने ग्वालियर खंडपीठ द्वारा फर्जी तरीके से संचालित हो रहे नर्सिंग कॉलेजों की जांच सीबीआई को देने के मामले में कहा है कि, यह अच्छा कदम है. इसके माध्यम से जो गड़बड़ियां हुई हैं, उनका खुलासा होगा. सारंग ने कांग्रेस पर ही पूरा मामला ढोल दिया. सारंग का कहना था कि, जो 35 नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता रद्द हुई है, उनकी मान्यता कांग्रेस सरकार में हुई थी. हाई कोर्ट द्वारा 35 नर्सिंग कॉलेजों की सीबीआई जांच पर पूर्व सीएम कमलनाथ के ट्वीट पर मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि, कमलनाथ ने ना ऑर्डर देखा, ना ही विषय समझा. कमलनाथ के कार्यकाल में हुई कॉलेज की मान्यताओं को लेकर ही सीबीआई की जांच के आदेश हुए हैं. कमलनाथ बिना विषय वस्तु को जाने ट्वीट कर रहे हैं.

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