भोपाल। अब मध्यप्रदेश में सीपीआर ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाया जायेगा, जिसमें स्कूल, कॉलेज सहित जिम में भी सीपीआर की ट्रेनिंग दी जाएगी. विश्व हृदय दिवस पर मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने ये घोषणा की है. भविष्य में कार्डियक हेल्पलाइन की भी शुरुआत होगी. विश्व हृदय दिवस पर गांधी मेडिकल कॉलेज में 'दिल से दिल की देखभाल' कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. प्रदेशव्यापी सीपीआर ट्रेनिंग से हार्ट अटैक के दौरान जान बचाए जाने को लेकर होगा प्रयास.
एमपी में चलेगा सीपीआर ट्रेंनिंग प्रोग्राम: जब किसी को दिल का दौरा पड़ता है, तो आसपास के लोग भी घबरा जाते हैं और लगभग 10 में से 8 मरीजों की मौत अस्पताल के बाहर ही हो जाती है. क्योंकि उन्हें तुरंत सीपीआर नहीं दी जाती. सीपीआर यानी सरल भाषा में कहा जाए तो हार्टअटैक पड़ने पर हथेलियों के माध्यम से दिल को धक्का देते हुए वापस जागृत करना. विश्व हृदय दिवस पर गांधी मेडिकल कॉलेज में एक प्रोग्राम आयोजित किया गया. जिसे दिल से दिल की देखभाल नाम दिया गया. इसके तहत लोगों को बताया गया कि, दिल को कैसे सुरक्षित रखा जाए.
सीपीआर ट्रेनिंग से बचाई जा सकेगी जान: दिल के बचाव के क्या-क्या उपाय हो सकते हैं, इसको लेकर भी चर्चा की गई. कार्यक्रम में पहुंचे चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि, अमूमन देखने में आया है कि जब किसी को हार्टअटैक पड़ता है तो उसे तुरंत सीपीआर नहीं मिल पाता. ऐसे में अगर सभी को सीपीआर ट्रेनिंग की जानकारी होगी, तो बहुत लोगों की जान आसानी से बचाई जा सकती है. इसके लिए अब विशेष रूप से मध्यप्रदेश में प्रोग्राम चलाया जाएगा. इस सीपीआर प्रोग्राम के तहत स्कूल, कॉलेजों के साथ ही जिमों को भी शामिल किया गया है. क्योंकि हाल ही में देखने में आया था कि, बड़े-बड़े कलाकारों की मौत जिम में ट्रेनिंग के दौरान भी हुई है.