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सेनिटाइजर से साबुन तक लेकर कार्यालय पहुंचे कर्मचारी, कहा- काम भी जरूरी, बचाव भी - भोपाल में खुल सरकारी दफ्तर

राजधानी भोपाल के शासकीय कार्यालयों में लॉकडाउन के बीच लंबे समय बाद कामकाज शुरु किया गया है. फिलहाल सिर्फ 30 प्रतिशत कर्मचारी ही काम पर जाएंगे. ये सभी कर्मचारी अपनी खुद की तैयारियों के साथ दफ्तर पहुंचे है.

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काम पर पहुंचे कर्मचारी

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Published : Apr 30, 2020, 5:18 PM IST

भोपाल। लगभग एक माह से भी ज्यादा वक्त के बाद भोपाल के शासकीय कार्यालयों में एक बार काम फिर से शुरु हुआ है. वल्लभ भवन, सतपुड़ा भवन, विंध्याचल भवन सहित सभी राज्य स्तरीय कार्यालयों में कामकाज शुरू हो गया. इन कार्यालयों में सिर्फ 30 फ़ीसदी स्टाफ को ही काम के लिए बुलाया गया. लेकिन कर्मचारी कोरोना के खोफ में ही कार्यालय पहुंचे. इस दौरान सभी सेनिटाइजर, साबुन और अलग से एक सफेद तौलिया तक लेकर पहुंचे.

काम पर पहुंचे सरकारी कर्मचारी

सभी कार्यालयों को नगर निगम द्वारा सुबह सेनिटाइज किया गया. इसके कार्यालयों में पहुंचे सभी कर्मचारियों की सबसे पहले स्क्रीनिंग की गई और उसके बाद ही उन्हें कार्यालय के अंदर जाने दिया गया. स्क्रीनिंग के लिए वल्लभ भवन में चार डॉक्टरों की टीम तैनात की गई है.

कार्यालय पहुंचे कर्मचारियों के मुताबिक कोरोना संक्रमण को लेकर वह चिंता में तो है, लेकिन काम तो फिर भी करना ही है. इसलिए कार्यालय पूरी तैयारी के साथ पहुंचे है. सामान्य प्रशासन विभाग में सेक्शन ऑफिसर नरेंद्र कुमार ने बताया कि मास्क लगा कर आए हैं इसके अलावा उनके बैग में सेनिटाइजर, साबुन और एक अलग से तोलिया भी है. जिसका इस्तेमाल वक्त-वक्त पर करते रहेंगे.

कुछ इस तरह की गई है कार्यालयों में व्यवस्था

  • उपसचिव अतिरिक्त या अपर सचिव या उनके उच्च स्तर के अधिकारी कार्यालय पहुंचेंगे
  • अपर सचिव या उससे निचले स्तर के 30 वित्तीय अधिकारी कर्मचारियों को भी बुलाया गया.
  • बाकी 70 फ़ीसदी कर्मचारियों को घर पर रहकर ही काम करने के लिए निर्देश दिए गए.
  • घर से काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारी मोबाइल और ई-मेल के जरिए सभी बड़े अधिकारियों के संपर्क में रहेंगे.
  • कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि लॉकडाउन की अवधि में बिना अनुमति मुख्यालय नहीं छोड़ सकेंगे.
  • कार्यालयों में सभी अधिकारी कर्मचारी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे.

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