भोपाल। राजधानी के गैस राहत अस्पताल भोपाल मेमोरियल में एक मरीज करीब डेढ़ घंटे तक लिफ्ट में फंसी रही. बड़ी मुश्किल से जब परिजनों से बात हुई, तो लिफ्ट को खोला गया. महिला का आरोप है कि, लिफ्ट पहले भी कई बार खराब हो चुकी है, लेकिन सुधार नहीं हुआ. जबकि परिजनों का कहना है कि, यहां मौजूद गार्ड बताने को तैयार नहीं थे कि लिफ्ट में कोई फंसा हैं और वह कैसे बाहर निकलेगा और लिफ्ट कौन खोलेगा. (Bhopal Hospital Lift)
पीड़िता की मदद के लिए नहीं आया स्टाफ: भोपाल मेमोरियल अस्पताल में डेढ़ घंटे तक अफरा-तफरी का माहौल नजर आया. यहां दोपहर 1:00 बजे महिला के लिफ्ट में फंसे होने की सूचना मिली, तो अफरा-तफरी का माहौल हो गया. जेपी नगर में रहने वाली प्रमिला शर्मा अपनी बूढ़ी मां को दिखाने के लिए भोपाल मेमोरियल अस्पताल ले गई थीं. गैस राहत के इस अस्पताल में ऊपरी मंजिल के लिये लिफ्ट लगी हुई है. जब वह लिफ्ट में पहुंची तो वह अचानक बंद हो गई. जिसके चलते प्रमिला घबरा गई और अंदर से ही शोर-शराबा करने लगी. लेकिन पीड़िता की सुनने वाला कोई नहीं था, इस दौरान प्रमिला ने मोबाइल लगाने की भी कोशिश की, लेकिन लिफ्ट में नेटवर्क नहीं मिल रहा था. घंटे भर की मशक्कत के बाद नेटवर्क मिलने पर किसी तरह उन्होंने अपने बेटे को फोन लगाया. बेटे के आने के बाद पीड़िता को बाहर निकाला जा सका. प्रमिला कहती हैं कि, पहले भी लिफ्ट कई बार ऐसे ही खराब हो चुकी है. (BMHRC hospital lift pulled out after one hour)